अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र में कृषि में सौर ऊर्जा के महत्व पर संगोष्ठी आयोजित
अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र में कृषि में सौर ऊर्जा के महत्व पर संगोष्ठी आयोजित
कवर्धा, 08 मार्च 2022। कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा 8 मार्च अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर कृषि में सौर ऊर्जा के महत्व पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम क्रेडा विभाग एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित की गई, जिसमें कृषि क्षेत्र में सौर ऊर्जा के महत्व को विस्तार पूर्वक बताया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कृषि में महिला नेतृत्व, उद्यमिता, न्यायसम्य एवं महिला सशक्तिकरण पर जोर देना था। इस अवसर पर मुख्य अतिथि क्रेडा के सदस्य श्री कन्हैया अग्रवाल द्वारा छत्तीसगढ़ शासन के महत्वाकांक्षी योजनाओं के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दिया जिससे कृषक एवं कृषिरत महिलायें कृषि के क्षेत्र में होने वाले अधिक व्यय को कम कर आमदनी को बढ़ा सकें। श्री भानुप्रताप, अधीक्षक अभियंता, क्रेडा, जोनल कार्यालय, दुर्ग द्वारा कृषि कार्य हेतु सौर ऊर्जा द्वारा चलित पम्पों, बायोगैस के लाभ के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई, जिससे भविष्य में कृषक एवं महिलाएं सोलर ऊर्जा के माध्यम से खेती के लागत को कम कर सके। डॉ आर. बी. तिवारी, अधिष्ठाता, संत कबीर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र द्वारा कृषि के क्षेत्र में सौर ऊर्जा एवं पवन ऊर्जा के लाभ, ड्रिप द्वारा सिंचाई के फायदें, खेती के विभिन्न उन्नत तकनीकों को अपनाने की सलाह दी गई। डॉ. बी.पी. त्रिपाठी, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, कृषि
विज्ञान केन्द्र ने कहा कि सौर ऊर्जा वातावरण के साथ ही कृषि के लिए भी लाभकारी है इसके उपयोग से वातावरण में प्रदुषण नही होता है, और सौर ऊर्जा अनेक उद्देश्यो के लिए प्रयोग की जाती है, इनमे उष्णता, भोजन पकाने और विद्युत उत्पादन करने का काम शामिल है। कार्यक्रम के दौरान श्रीमति राजेश्वरी साहू, विषय वस्तु विशेषज्ञ, उद्यानिकी, श्री अनिल बिंझवार, जिला प्रभारी, क्रेडा, एवं बी.ई.ई. स्टार के कंपनी के प्रमुख एवं महिला स्वसहायता समूह, रेंगाखार खुर्द, नेवारी, जोराताल एवं राजानवागांव के 100 महिला एवं कृषको ने भाग लिया।