भाषाओं की आकाशगंगा में हर शब्द एक सितारा है…..प्रिती दास मिश्रा रायपुर

मातृभाषा दिवस हम सब को एक मौका देता है कि हम अपनी अपनी भाषा की ताकत को पहचाने उस से प्रेम करें और उसका उपयोग करे विभिन्न भाषाओं का ज्ञान हमारी व्यक्ति को हमारी अभिव्यक्ति को अधिक प्रभावशाली बनाता है कर लो भाषा के पास जो मुहावरे हैं जो शब्द का अनुभव है उसकी वजह से अभिव्यक्ति बहुत असरकारक बना देती है लोक भाषाओं के शब्द सामर्थ्य का अनुमान इस बात से ही लगाया जा सकता है कि केवल गाय के लिए अनेक भाषाओं में 100 से अधिक पर्यायवाची है जबकि विक्रमी कैलेंडर के हर महीने सूर्योदय सूर्यास्त के लिए अलग-अलग नाम है
ऋग्वेद में एक सक्त है -इला सरस्वती मही तिस्त्रो देवीर्मयोभूवह। प्रतीकात्मक अर्थ यह है कि मातृभाषा मातृ संस्कृति और मातृभूमि तीनों सुख करनी देवियां हमारे हृदयासन पर विराजे
मात्रिभाषा एक पवित्र संगम है इसमें विभिन्न भाषा रूपी नदियां समाहित हैं हमारे गौरव को लंबी राजनीति दास्ता ने हमारी भाषाई गौरव इतना कुंद कर दिया है कि हम आज अंग्रेजी बोलने में गर्व महसूस करते हैं ऐसे में मातृ भाषा दिवस की उपयोगिता बहुत उपयोगिता बहुत बढ़ जाती है ।दुर्भाग्य से देशज की अनेक भाषाएं असमय टूट रहे है और हम इन टूटे सितारों को देखकर अपनी मनोकामना पूरी होने का सपना सजोए भाषाओं के महत्त्व से अनजान बने हुए हैं
मातृभाषा दिवस हम सबको एक मौका देती है की हम अपनी अपनी मातृभाषा की ताकत को पहचाने उससे प्रेम करें और उसका उपयोग करें
भाषाएं केवल अभिव्यक्ति का माध्यम नहीं होती संस्कृति गौरव की वाहन होती है