वंचित समुदाय ने पहली बार देखी सिरपुर की वैभवशाली बौद्ध विरासत बौद्ध महोत्सव.2022 में नि:शुल्क बस सेवा उपलब्ध कराई

भिलाई। बौद्ध समाज का वंचित तबका पहली बार सामाजिक पहल के माध्यम से बौद्ध पुरावैभव की राजधानी सिरपुर देख सका। बौद्ध समाज के जागरुक लोगों की पहल पर वंचित समुदाय के लिए दुर्ग से सिरपुर के लिए बस द्वारा धम्म यात्रा की निरूशुल्क सेवा उपलब्ध कराई गई। इसमें खास तौर पर झरिया पारा रूआबांधा बस्ती के लोग लाभान्वित हुए। बस्तीवासी वहां बौद्ध काल व धर्म से जुड़े पुरावशेष और अपनी भव्य विरासत देखकर दंग रह गए। 16 फरवरी बुधवार माघ पूर्णिमा के पावन अवसर पर विश्व की सबसे ब?ी बौद्ध विरासत सिरपुर में भव्य मेला का आयोजन नागार्जुन फाउंडेशन के द्वारा किया गया था।
इस अवसर पर वहां डॉण् आम्बेडकर स्वास्थ मिशन छत्तीसग? एवं समता सुरक्षा सेना छत्तीसग? द्वारा नि:शुल्क चिकित्सा शिविर लगाया गया और निरूशुल्क बस की सेवा उपलब्ध कराई गई थी।
सुबह 6 कलेक्टोरेट परिसर दुर्ग स्थित बाबासाहेब आम्बेडकर प्रतिमा पर पुष्पार्पण कर मोमबत्ती जलाई गई। वहीं डॉ उदय धाबर्डे ने पंचशील ध्वज दिखाकर धम्म.यात्रा सिरपुर के लिए बस को रवाना किया। सिरपुर में निरूशुल्क चिकित्सा शिविर का उद्घाटनमुख्य अतिथि भदंत आर्य नागार्जुन सुराई ससाई ने किया।
उद्घाटन में नागार्जुन फाउंडेशन सिरपुर के कृष्णा नंदेश्वर, विभागीय जांच आयुक्त छत्तीसगढ़ शासन दिलीप वासनिककर, समता सेना छत्तीसगढ दुर्ग के जिलाध्यक्ष अनिल जोग, सामाजिक कार्यकर्तागण अशोक धवले, अशोक मडामे आशा जुलमे, दिनेश भौतिक, अनिल ऊइके, धीरज धोटे सहित अन्य मौजूद थे।
इस महोत्सव में बनारस उत्तर प्रदेश से मोटरसाइकिल से पहुंचे श्रद्धालु से भिलाई के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। आयोजन में डॉण् उदय ने भंते सुरई ससाई के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लिया और उन्हें पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलेंडर, हैंड सैनिटाइजर, एन.95 मास्कए दस्ताने, विटामिन सी टेबलेट, प्रोटीन पाउडर तथा पल्स ऑक्सीमीटर दान में दिया। कार्यक्रम का संचालन अनिल जोग ने किया।