संगठित समाज ही दे सकती है संस्कारित शिक्षा-ताम्रध्वज साहू लोकनिर्माण एवं पर्यटन मंत्री ने युवाओं को व्यवसाय करने किया प्रेरित
भिलाई। संस्कार की शिक्षा सरकार नहीं, बल्कि संगठित समाज ही दे सकती है। किसी भी समाज का मुख्य आधार उनका संगठित होना होता है। संगठित समाज विकास कर सकता है। संगठन को मजबूत करना आज की आवश्यकता है। देवांगन समाज भी संगठित होकर शासन का प्रतिनिधित्व करें। शासकीय कर्मी अपने विभाग की योजना समाज को बताकर उनका लाभ दिलाए। सामाजिक कुरीतियों को दूर कर आगे बढऩा चाहिए।
यह सामाजिक संगठनों के माध्यम से होना चाहिए। देवांगन समाज साहू-कुर्मी समाज की तरह प्रदेश में सुदृढ़ हो। उक्त बातें गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने मुख्य अतिथि की आंसदी से दुर्ग ग्रामीण विस् क्षेत्र के नगपुरा में मां परमेश्वरी जयंती पर विधायक निधि से 5 लाख की लागत से बने देवांगन सामुदायिक भवन में खुला मंच का लोकार्पण करते हुए कहीं। आगे उन्होंने युवा शक्ति की व्यापार-उद्योग की ओर उन्मुख होने के लिए प्रेरित किया।
बेरोजगार युवक, महिला स्वरोजगार चालू कर आत्मनिर्भर हो। इसकी अध्यक्षता भूषण लाल देवांगन ने की। वहीं विशेष अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष शालिनी यादव, दुर्ग जनपद अध्यक्ष देवेंद्र देशमुख, जनपद सदस्य नन्दकुमार सेन व सरपंच भूपेंद्र रिगरी थे। इस अवसर समाज के पदाधिकारियों ने अतिथियों का शॉल, श्रीफल भेंटकर सम्मान किया।
बच्चों ने मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी दी। वहीं बच्चों के लिए रंगोली प्रतियोगिता भी रखी गई थी। कार्यक्रम में अतिथियों ने प्रतिभावान विद्यार्थियों, समाज के उत्कृष्ट लोगों का सम्मान किया। वहीं रंगोली स्पर्धा के प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। इस मौके समाज की महिलाओं व बच्चों ने विशाल कलश शोभा यात्रा निकाली। उसके बाद मां परमेश्वरी की पूजा-अर्चना कर समाज व प्रदेश के लोगों की खुशहाली के लिए कामना की गई।
कार्यक्रम को सफल बनाने में बंशीलाल देवांगन, रोहित, रमेश, रामखिलावन, कृष्णा, गवेन्द्र लेखराम, ओंकार, चुन्नीलाल, रामविलास, राजू, भूपेंद्र, शिव , केशर, सुनीता, लिकेश्वरी, पूर्णिमा व तिलक देवांगन आदि का विशेष सहयोग रहा।