दुर्ग के हाईप्रोफाईल मर्डर केस में पुलिस को 65 दिन बाद मिली सफलता फिरौती के लिए इंजीनियर शिवांग की किया गया था अपहरण,पुलिस के सक्रिय होने से कर दिये हत्या
भिलाई। जिले के हाईप्रोफाईल मर्डर केस में पुलिस को 65 दिन सफलता मिली और इस अंधे कत्ल का आज दुर्ग रेंज के आई जी ओपी पाल ने पुलिस कंट्रोल रूम सेक्टर 6 में पत्रकारों के समक्ष खुलासा किया। पूर्व पंच अशोक देशमुख ने अपना कर्ज लाख रूपये कर्ज चुकता करने और विलासितापूर्व जीवन व्यतीत करने फिरौती के लिए अपने अन्य दो और साथियों के साथ मिलकर शिवांग का अपहरण उस समय कर लिये थे जब इंजीनियर शिवांग गत 6 दिसंबर को चंन्द्रखुरी स्थित अपने फार्म हाउस से अपने घर मरोदा जाने के लिए निकला था।
लेकिन शिवांग के गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाने के बाद उसे ढूंढने पुलिस अधिक सक्रिय हो गई तो अशोक देशमुख और उसके साथी गले में रस्सी डालकर उसकी हत्या कर दिये थे। हत्या, साक्ष्य छुपाने बैग , जैकेट , और लोवर को झरझरा पुलिया के पास जला दिये थे। इस हत्या कांड का मास्टर मांइड एक लाख से कर्जे में था डूबा,मास्टर माइंड अशोक देशमुख सहित तीन आरोपी गिरप्तार, अशोक देशमुख पंच चुनाव हारने व रेगहा की जमीन को लेकर हुए विवाद को लेकर रंजीश था। इस मामले को लेकर पुलिस ने आरोपी की पतासाजी में करीब 500 लोगो से पूछताछ की और करीब 200 सीसीटीवी कैमरे खंगाले जब जाकर पुलिस का इसमें सफलता मिली है।
आईजी ओ पी पाल ने बताया कि दीपराज चंद्राकर पिता स्व0 बालमुकुंद चंद्राकर साकिन ग्राम विद्युत नगर पद्मनाभपुर दुर्ग के द्वारा थाना पुलगांव उपस्थित आकर रिपोर्ट दर्ज कराई गई की उसका भांजा शिवांग चंद्राकर 06.12.2021 को चंदखुरी स्थित अपनी बाडी से शाम करीब 7:30 बजे अपने घर मरौदा जाने हेतु अपनी मो 0 सा 0 से निकला था जो कि अभी तक अपने घर नही पहुचा है कि रिपोर्ट पर गुम इंसान क 0 70/2021 दर्ज किया गया । गुमशुदगी की सूचना पर की पतासाजी की जा रही थी। गुमशुदा के पता तलाश के हर संभव प्रयास किये जा रहे थे, की इसी दौरान दिनांक 05.01.2022 को गुमशुदा के बड़े भाई धर्मेश चंद्राकर के द्वारा थाना पुलगांव में सूचना दी गई कि झरझरा पुल के पास चंदखुरी भाठा मे हरीश साहू के खेत मे हार्वेस्टर के चक्के से बने गढ्ढे में मानव खोपडी , घडी , कपडा व अन्य हड्डिया बिखरी पडी है की सूचना दी गई उक्त सूचना से तत्काल वरिष्ठ अधिकारीयों को अवगत कराया गया,
सूचना तस्दीक हेतु मौके पर जाकर देखने पर आस – पास मानव शरीर की हड्डिया , मानव खोपडी , कपडे , व एक टाईमेक्स कंपनी की घडी पडी मिली एक्त सनसनी खेज सूचना मिलने पर मौके पर तत्काल पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज दुर्ग ओपी पाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बीएन मीणा, अति. पुलिस अधीक्षक शहर संजय ध्रुव, अति.पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अनंत साहू , नगर पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र यादव उप पुलिस अधीक्षक अभिषेक झा, उप पुलिस अधीक्षक क्राईम नसर सिद्दीकी फोरेसिंक विशेषज्ञ मोहन पटेल व अन्य चिकित्सा विशेषज्ञों की उपस्थिती में घटना स्थल का वरिष्ठ अधिकारीयो के निर्देशन मे सूक्ष्मता से निरीक्षण किया गया।
मौके पर मिली टाईमेक्स कंपनी की घडी की अपहरण कर उसके घर वालो से फिरौती की रकम 30 लाख रूपये लेकर उसकी हत्या को झरझरा पुलिखा के पास हरीश साहू के खेत में हार्वेस्टर के चक्के से बने गढ्ढे मे उसको रखने की योजना बनाई थी तथा योजना बनाने के बाद इनके द्वारा लगातार शिवांग चंद्राकर के गतिविधी व आने जाने के समय पर निगाह रखी जा रही थी उसी के आधार पर तीनो ने मिलकर दिनांक 06.12.2021 को शाम 7 बजे से योजनानुसार शिवांग चंद्राकर के घर जाने के समय छिपकर इंतजार कर रहे थे अशोक देशमुख अपनी मो 0 सा 0 को पंप हाउस के पास खडी कर रोड पर ही इंतेजार कर रहा था।
विक्की और बसंत साहू नहर नाली मे छुपे हुऐ थे जैसे ही 7:30 बजे के करीब शिवांग चंद्राकर अपनी मो 0 सा 0 मे फार्म हाउस के तरफ से आया वैसे ही रोड पर खडे अशोक देशमुख ने उसे रुकवाकर केनालपारा तक छोडऩे के लिए कहा और उसके मो. सा. के पीछे बैठ गया और बैठते ही दोनो हाथो से उसे कसकर पकड़ लिया और नहर नाली मे छिपे विक्की और बसंत भी दौडते हुए आये और अपने पास रखे जानवर बाधने की नायलोन की रस्सी को शिवांग के गले में लपेटकर बांध दिये आवाज करने से पकडे जाने के डर से रस्सी को खिचकर कस दिये जिससे गला घुट जाने से मौके पर ही शिवांग की मृत्यु हो गई उसी समय चंदखुरी केनालपारा के तरफ से किसी गाडी का लाईट आता हुआ दिखाई दिया।
जिससे डर कर तीनो मिलकर मृतक शिवांग चंद्राकर के शव को उठा कर नहर नाली मे छिपा दिये और खुद भी छुप गये आने वाले गाडी मे बैठा व्यक्ति कुछ देर शिवांग के मो. सा. के पास रूका और उसके फार्म हाउस के तरफ चला गया और विक्की देशमुख शिवांग के मो. सा. को नदी रोड के तरफ आगे कुछ दूरी पर ले जाकर परिया में खड़ी कर दिया और वापस आ गया, इसी बीच अशोक देशमुख अपनी कार को लेकर अपने घर से आया और तीनो मिलकर शिवांग चंद्राकर को उठाकर अशोक देशमुख के गाड़ी के डिग्गी में डाल दिये अशोक कार को लेकर शव को दफनाने के पहले से निश्चित किये गये स्थान झरझरा पुल के पास पहुंच गया।
विक्की और बसंत मो. सा. से पीछे-पीछे गये शव को तीनों मिलकर गाड़ी से उतर कर हार्वेस्टर के चक्के से बने गढ्ढे में डाल दिये और मिट्टी, पैरा व पत्थर से ढक दिये, शिवांग चंद्राकर के पैंट शर्ट बैग को झरझरा पुलिया के पास अशोक ने जला दिये, उसके बाद घटना मे प्रयुक्त नायलोन रस्सी मृतक का हेलमेट व मोबाईल को बसंत साहू डोगिंया तालाब में फेंक दिया है। घटना में प्रयुक्त पत्थर व मृतक की चप्पल को विक्की आस-पास के खेत मे फेंक दिया है।
आरोपी का गवाहों की उपस्थिती मे विस्तृत मेमोरेडम कथन लेख कर अन्य आरोपीयो बसंत साहू , अशोक देशमुख को भी पकडकर पृथक – पृथक पूछताछ किया गया जिन्होंने आरोपी विक्की देशमुख के कथन की पुष्टि करते हुए तीनो साथ मिलकर योजना बनाकर मृतक शिवांग चंद्राकर की हत्या का अपराध स्वीकार किये आरोपीयो की निशान देही पर घटना में प्रयुक्त कार , मो. सा. , नायलोन रस्सी , पत्थर , तथा मृतक से संबंधित चप्पल , रस्सी , कपडे , व जले हुए अवशेष जप्त किया गया।
ये है शिवांग के हत्या के आरोपी
1- अशोक देशमुख पिता रामनारायण देशमुख उम्र 31 वर्ष , साकिन ग्राम केनालपारा चन्दखुरी , थाना पुलगांव , जिला दुर्ग
2- विक्की उर्फ मोनू देशमुख पिता स्व . दुर्गा प्रसाद उम्र 20 वर्ष , साकिन ग्राम केनालपारा थाना पुलगांव , जिला दुर्ग
3- बसंत कुमार साहू पिता बालाराम साहू उम्र 24 वर्ष , साकिन ग्राम केनाल पारा चन्दखुरी थाना पुलगांव , जिला दुर्ग ।
इस कार्यवाही में निरीक्षक नरेश पटेल , गौरव तिवारी , उप निरीक्षक डुलेश्वर सिंह चन्द्रवंशी , सउनि अजय सिंह , राधेलाल वर्मा , नरेन्द्र सिंह राजपूत , पूर्ण बहादुर , शमित मिश्रा , प्र . आर संतोष मिश्रा , चन्द्रशेखर बंजीर , आरक्षक जावेद खान , प्रदीप सिंह , जगजीत सिंग , तिलेश्वर राठौर , धीरेन्द्र यादव , चित्रसेन साहू , केशव साहू , अलाउद्दीन , हीरामन साहू , लव पाण्डेय , मोह , शमीम खान , अनूप शर्मा , शाहबाज खान , पन्नेलाल , संतोष गुप्ता , जुगनू सिंह , उपेन्द्र यादव , पंकज चतुर्वेदी , शोभित सिंहा की भूमिका उल्लेखनीय रही।