हिंदी फिल्म आर्टिकल 15 को सिनेमाघर में दिखाने को लेकर कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

कोंडागांव। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग संयुक्त मोर्चा जिला कोंडागांव के द्वारा आज हिंदी फिल्म आर्टिकल 15 को सिनेमाघर में दिखाने को लेकर जिला कलेक्टर नीलकंठ टेकाम को ज्ञापन सौंपा।
तत्पश्चात सिनेमाघर के संचालक को भी ज्ञापन सौंपकर हिंदी फिल्म आर्टिकल 15 को सिनेमाघर में दिखाने कहा गया। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 15 के अंतर्गत सामाजिक समानता और भेदभाव की समाप्ति की व्यवस्था की गई है। इसके बाद भी भारत के कई भागों में अनुसूचित जाति जनजाति पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक के साथ अत्याचार और भेदभाव किया जाता है। फिल्म आर्टिकल 15 में समाज में व्याप्त दलित अत्याचार को प्रस्तुत किया गया है इस फिल्म में सामाजिक समानता के प्रति लोगों में जागरूकता हो, को लेकर दिखाया गया है।
बस्तर संभाग अनुसूचित क्षेत्र है जिसमें विभिन्न संप्रदाय और धर्म के लोग सामाजिक सौहार्द और भाईचारा साथ रहते हैं। एक सामाजिक संगठन के द्वारा फिल्म आर्टिकल 15 का संभाग मुख्यालय जगदलपुर में प्रदर्शन को लेकर रोका गया है। यह हमारे आदिवासी बाहुल्य बस्तर के लोगों के अधिकारों का हनन है, यह फिल्म देश के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शित हो चुकी है।आर्टिकल 15 फिल्म को सेंसर बोर्ड को मान्यता प्राप्त है।
एससी, एसटी, ओबीसी संयुक्त मोर्चा जिला कोंडागांव संगठन मांग करता है कि कोंडागांव जिला एवं बस्तर संभाग की समस्त सिनेमाघरों में फिल्म आर्टिकल 15 को दिखाने को लेकर प्रतिबंध किया गया है, जिसे हटाया जाए। संगठन यह भी आह्वान करता है कि कोई भी सामाजिक संगठन बस्तर संभाग में सांप्रदायिकता फैलाने का प्रयास ना करें। सिनेमाघरों में फिल्म आर्टिकल 15 प्रदर्शन तत्काल ना होने पर एवं समाज में सांप्रदायिकता फैलाने पर संयुक्त मोर्चा जिला कोंडागांव एवं बस्तर संभाग द्वारा बंद का आह्वान किया जाएगा। जिसकी जवाबदारी सिनेमा संचालकों एवं शासन प्रशासन की होगी।
इसी मांग को लेकर आज एसटी, एससी, ओबीसी संयुक्त मोर्चा जिला कोंडागांव के सर्व अनुसूचित जाति के जिलाध्यक्ष धंसराज टंडन, सर्व आदिवासी समाज जिला अध्यक्ष सीआर कोर्राम, सर्व पिछड़ा वर्ग समाज संरक्षक नीलकंठ शार्दुल, ह्रदय मंडावी, एमडी बघेल, संतोष सावरकर, छोटू सलाम, मुकेश मारकंडे, डीएन देवांगन, हिरा दीवान, नथलू नेताम सहित अनेक लोगों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।