छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

बीएसपी ने विश्व आद्र्रभूमि दिवस समारोह पर संयंत्र परिसर में किया गया वृक्षारोपण

भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा विश्व आद्र्रभूमि दिवस के अवसर पर बीएसपी के पर्यावरण प्रबंधन विभाग द्वारा संयंत्र के अपशिष्ट जल उपचार हेतु हाल ही में स्थापित आउटलेट-बी और रिसाइक्लिंग प्लांट के परिसर में वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कार्यपालक निदेशक वक्र्स अंजनी कुमार तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी सेवाएं एस एन आबिदी उपस्थित रहे। इस अवसर पर सीजीएम इंचार्ज एम एंड यू, असित साहा, मुख्य महाप्रबंधक डब्ल्यूएमडी, सी के नारायणन, मुख्य महाप्रबंधक परियोजना, अशोक कुमार, मुख्य महाप्रबंधक यातायात, टी दस्तीदार, महाप्रबंधक प्रभारी पर्यावरण प्रबंधन, श्रीमती उमा कटोच, महाप्रबंधक प्रभारी सीईडी राकेश पांडे तथा संयंत्र के विभिन्न विभागों के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।

विदित हो कि प्रत्येक वर्ष 2 फरवरी को विश्व आद्र्रभूमि दिवस मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य आद्र्रभूमि की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में लोगों के मध्य वैश्विक जागरूकता उत्पन्न करना है। 2 फरवरी 1971 को कैस्पियन सागर के तट पर स्थित ईरानी शहर रामसर में आद्र्रभूमि पर हुए कन्वेंशन की इस तिथि को अपनाते हुए विश्व समुदाय ने इसे विश्व आद्र्रभूमि दिवस के रूप में मनाने हेतु निर्धारित किया है। जहां आद्र्रभूमि जैव-विविधता को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण हैं वहीं जलवायु परिवर्तन को नियंत्रित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं क्योंकि वे विशेष रूप से कार्बन को सोखने का कार्य करते हैं।

आद्र्रभूमि के लिए आवश्यक कदम उठाने का आह्वान, इस वर्ष के अभियान का मुख्य फोकस है। इसके माध्यम से दुनिया की आद्र्रभूमि, जिसकी हमने अनदेखी की है को लुप्त होने से बचाने और उन्हें पुर्नस्थापित करने के लिए वित्तीय, मानवीय और राजनीतिक पूंजी निवेश करने की अपील की गई है। भूमि की नमी को बचाने की इस मुहिम में भिलाई इस्पात संयंत्र ने भी अपनी भागीदारी सुनिचित करते हुए वृक्षारोपण समारोह का आयोजन किया।

उल्लेखनीय है कि भिलाई इस्पात संयंत्र की स्थापना के बाद से पर्यावरण के संरक्षण और सुरक्षा के लिए कई पहल की गई हैं और कई परियोजनाओं को लागू किया है। 2021 में, सेल बिरादरी में बीएसपी अपने प्लांट के आउटलेट से 100 प्रतिशत अपशिष्ट को रीसायकल करने वाली पहली इकाई बन गई है। बीएसपी ने अपने 7 मिलियन टन विस्तार सह आधुनिकीकरण के तहत ऊर्जा के संरक्षण, कार्बन डाइ ऑक्साइड के उत्सर्जन में कमी लाने, उत्सर्जन को कम करने, शोर को नियंत्रित करने, ठोस कचरे के जल प्रबंधन आदि के लिए कई अत्याधुनिक पर्यावरण संरक्षण परियोजनाओं को भी लागू किया है। बीएसपी ने संयंत्र, टाउनशिप और माइन्स में 56 लाख से अधिक पेड़ लगाए हैं और उन्हें ग्रीन हब में बदलकर, जैव विविधता को संरक्षित करने में मदद कर रहे है।

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