Face To Face Madhya Pradesh: निवेश पर विपक्षी वार..समिट का क्या है सार? मोहन सरकार की निवेश मुहिम पर विपक्ष को भरोसा क्यों नहीं है ?

भोपाल। Face To Face Madhya Pradesh: MP की मोहन सरकार प्रदेश में निवेश लाने के लिए मुहिम चला रही है दो दिनों का ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट भी हुआ जिसका आगाज किया PM मोदी ने तो वहीं समापन सत्र में शामिल हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सीएम डॉ मोहन यादव ने बताया कि ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट बहुत सफल रहा है। सीएम डॉ मोहन यादव ने बताया कि GIS में।
GIS की बड़ी बातें
– 25 हजार से अधिक हुए रजिस्ट्रेशन हुए
-60 विदेशी प्रतिनिधियों ने लिया भाग
– 100 से अधिक प्रतिनिधियों से रूबरू हुए
– 600 से अधिक बीटूबू बैठकें आयोजित हुईं
– NRI ने भी भरपूर निवेश का वादा किया है
-26 लाख करोड़ से ज्यादा का निवेश हुआ
-17 लाख 30 हजार से ज्यादा युवाओं को रोजगार मिलेगा
-18 से 20 हजार लोगों ने भागीदारी की
– 300 से अधिक MD, CEO ने हिस्सा लिया
वहीं PM मोदी ने GIS का आगाज करते हुए इस समय को MP में निवेश का सही समय बताया..और डबल इंजन की सरकार की तारीफ की गृहमंत्री अमित शाह ने भी मध्यप्रदेश में हर सेक्टर में निवेश की संभावना की बात दोहराई साथ ही कहा कि मध्य प्रदेश की पहले बीमारू राज्यों में गिनती होती थी, लेकिन बीजेपी सरकार ने 20 साल में तेजी से विकास किया। एक तरफ सरकार ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट से उत्साहित है तो वहीं इसे लेकर कांग्रेस लगातार सवाल उठा रही है। उसका कहना है कि आंकड़ों की बाजीगरी हो रही है। केवल हवा-हवाई दावे हैं। कांग्रेस का सवाल है कि आखिर कितने निवेशक मप्र में कारोबार के लिए वाकई तैयार हैं?
सवाल
1. मोहन सरकार की निवेश मुहिम पर विपक्ष को भरोसा क्यों नहीं है?
2. दो दिनों के निवेश महाम्मेलन से मप्र को क्या मिला?
3. समिट में हुए कितने प्रतिशत MOU निवेश में कनवर्ट हो पाते हैं?
4. क्या निवेश के दावे केवल कागजों और आंकड़ों में कैद होकर रह जाते हैं?
5. क्या निवेश पर कांग्रेस बेवजह सियासत कर रही है?
निवेश को लेकर विपक्ष ने उठाए सवाल
5 साल पहले के बयान और अभी के बयान में कोई अंतर नहीं
बीजेपी सरकार का करोड़ों रुपए खर्च करती है
कितने उद्योग MP में आए, कितने युवाओं को रोजगार मिले
सरकार आत्मनिर्भर कब होगी ?
कर्ज से विकास कर रही है बीजेपी
MP बीमारू राज्य की श्रेणी से बाहर आएगा, तब विकास होगा
निवेश को लेकर CM डॉ मोहन का दावा
– 25 हजार से अधिक हुए रजिस्ट्रेशन
-60 विदेशी प्रतिनिधियों ने लिया भाग..
– 100 से अधिक प्रतिनिधियों से रूबरू हुए
– 600 से अधिक बैठकें आयोजित
– NRI ने भी भरपूर निवेश का वादा किया
-26 लाख करोड़ से ज्यादा का निवेश
-17.30 लाख से ज्यादा युवाओं को रोजगार मिलेगा
-18 से 20 हजार लोगों ने भागीदारी की
– 300 से अधिक MD, CEO ने हिस्सा लिया