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कोविड पाजीटीव का प्रमाण पत्र देकर सरपंच ने कुछ दिनो के लिए बचा ली कुर्सी, पंचो का आरोप फर्जी है सरपंच का कोविड प्रमाण पत्र

जांजगीर-चांपा/ जिले के नवागढ़ ब्लाक के ग्राम पंचायत पेंड्री में सरपंच के द्वारा कोविड का फर्जी प्रमाण पत्र पेश कर ग्राम पंचायत में होने वाले अविश्वास प्रस्ताव को निरस्त कराने का लिखित आरोप ग्राम पंचायत के पंचों ने लगाया है। पंचों का आरोप है कि जब सरपंच सीमा श्रीकांत कोविड पॉजिटिव है तो गांव में कैसे घूम रही है। उसे तो बिस्तर में होना चाहिए। आरोपी यह भी लगा है कि पेंड्री की सरपंच कोविड की जांच कराने जैजैपुर कैसे गई और कोविड का जो प्रमाण पत्र उसने निर्वाचन अधिकारी को सौंपा है उसमें मेडिकल अफसर का दस्तखत भी फर्जी है। पंचों के लिखित शिकायत के बाद अब जांजगीर एसडीएम कमलेश नंदिनी साहू ने मामले में जांच और कार्यवाई की बात कही है।

अपनी लिखित शिकायत में पंचों ने कहा है कि गांव के 8 पंचों के द्वारा सरपंच सीमा श्रीकांत के विरूद्ध अविश्वास प्रस्ताव के लिए आवेदन दिया गया था। विभागीय अधिकारियों ने 17 जनवरी को कार्रवाई तय की। विहित अधिकारी नवागढ़ तहसीलदार को बनाया गया था। 17 जनवरी को गांव के 14 में से 13 पंच अविश्वास प्रस्ताव की कार्रवाई के लिए उपस्थित थे। इसी दौरान दोपहर करीब 2.30 बजे विहित अधिकारी द्वारा अविश्वास प्रस्ताव की कार्रवाई को स्थगित कर दिया। स्थगित करने का कारण पूछने पर पंचों को बताया गया कि सरपंच सीमा श्रीकांत कोविड पॉजिटिव हो गई है। जिसकी सूचना वाट्सएप के माध्यम से दी गई है। ऐसे में सभी पंच मायूस होकर घर लौट गए

वहीँ इस मामले में जांजगीर एसडीएम कमलेश नन्दिनी साहू ने कहां की ग्राम पंचायत पेण्ड्री सरपंच के द्वारा कोविड 19 पाजीटीव होने की जानकारी प्रस्तुत कि थी गांव के ही लोगो के व्दारा सरपंच के कोविड पाजीटीव के प्रमाण पत्र को फर्जी बताया गया है व लिखित मे शिकायत भी की गई है जिसके लिए जांच दल का गठन किया गया है जांच दल के व्दारा प्रतिवेदन पेश किया जाएगा जिसमे सरपंच का दोष सिध्द होने पर महामारी एक्ट के तहत कार्यवाही किया जायेगा

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