श्री रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी में फार्मा फोरकास्टिंग विषय पर इंटरएक्टिव सेशन किया गया आयोजित
भिलाई। श्री रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी में फार्मा- फोरकास्टिंग विषय पर एक इंटरएक्टिव सेशन आयोजित किया गया। इसमे फार्मेसी प्रिंसिपल डॉ अंशिता गुप्ता सोनी ने छात्रों को भीड़ से अलग खड़े होने के लिए प्रोत्साहित किया और खुद को नई पहचान बनाने के लिए प्रोत्साहित किया और बताया कि फार्मा-पूर्वानुमान एक नया क्षेत्र है। कुम्हारी कैंपस ने निदेशक एम.के. श्रीवास्तव ने रवि किशोर अग्रवाल, निदेशक, फार्म डार्ट प्राइवेट लिमिटेड का स्वागत किया और उनके प्रयास की सराहना की
रविकिशोर अग्रवाल ने अपने व्याख्यान में छात्रों को फार्मास्युटिकल उद्योग में विभिन्न पूर्वानुमान विधियों के बारे में बताया जो कि नए लॉन्च उत्पादों के लिए फार्मास्युटिकल उद्योग में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। उन्होंने कहा कि पूर्वानुमान किसी कंपनी को बना या बिगाड़ सकता है। इसलिए सभी फार्मा कंपनियां यह अनुमान लगाने की कवायद करती हैं कि उनकी दवा बाजार में कैसा प्रदर्शन करने वाली है। बाजार में एक नया उत्पाद लॉन्च करने से पहले कंपनियां अपनी दवा के बारे में पूर्वानुमान लगाती हैं ताकि यह अंदाजा लगाया जा सके कि यह बाजार में कैसा रहने वाला है, जबकि कंपनियां अपनी दवाओं के बारे में मांग या बिक्री का पूर्वानुमान भी लगाती हैं जो पहले से ही बाजार में हैं। यह आमतौर पर ऐतिहासिक बिक्री और रोगी प्रवृत्तियों की सहायता से किया जाता है। इसलिए, फार्मा फॉरकास्टिंग वाणिज्यिक आउटसोर्सिंग सेवाओं में एक सलाहकार के रूप में छात्रों के लिए नए करियर विकल्प भी खोलता है।
सत्र के दौरान रेंजिल जोशी, सौरभ श्रीवास्तव, सुमन श्रीवास्तव, पाली खोबरागड़े, प्रीति गोल्डर, प्रीति चंद्राकर उपस्थित थीं और उन्होंने सत्र का अच्छी तरह से समन्वय किया। वहीं श्री रावतपुरा सरकार ग्रुप ऑफ इंस्टीटूशन्स के उपाध्यक्ष डॉ. जे. के. उपाध्याय और संस्थान के निदेशक एम.के. श्रीवास्तव ने छात्रों को भाग लेने और गतिविधियों के माध्यम से ज्ञान प्राप्त करने के लिए उत्सुक रहने के लिए प्रोत्साहित किया।