प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत ग्राम पंचायत पोडी से मुगुम तक 755•14 लाख की लागत से 10.30 किमी सड़क निर्माण कार्य
नाली नही बनने के कारण पानी हो रहा है हॉस्पिटल के मेन गेट में जमा, मरीजों के साथ ही हॉस्पिटल स्टाफ को भी आने जाने में हो रही है परेशानी
श्री कांत जायसवाल कोरिया
बैकुठपुर/ प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत ग्राम पंचायत पोडी से मुगुम तक 755•14 लाख की लागत से 10.30 किमी सड़क निर्माण कार्य की धीमी गति के कारण ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । निर्माण एजेंसी ने कार्य प्रारंभ होने के करीब 15 महीने में सड़क पर गिट्टी डालकर छोड़ दिया था जिसकी डामरीकरण जैसे तैसे पिछले महीनों में तो किया गया लेकिन सड़क महीने भर बाद ही जगह जगह से उखड़ने लगी है । जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत पोडी से मुगुम तक 10.30 किमी सड़क निर्माण में 9.90 किमी बीटी सडक के साथ पोड़ी रिहायशी बस्ती में 0.40 किमी सीसी सड़क सहित नाली निर्माण कार्य कराने 755.14 लाख की प्रशासकीय मंजूरी मिली थी । प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना ने निर्माण एजेंसी कोरबा के. आर. के. ट्रांसपोर्ट एवं कन्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को जिम्मेदारी सौंपी है जिसमें ठेकेदार ने मई 2020 में निर्माण कार्य प्रारंभ तो कर दिया था लेकिन निर्माण कार्य की कछुआ चाल ने 15 महीनों में न ही 9.90 किमी बीटी सडक का डामरीकरण हो पाया और न हीं रिहायशी बस्ती में सीसी सड़क का निर्माण । जबकि कार्य पूरा करने का आदेश अवधि अक्टूबर 2021 तक किया गया है । निर्माण कार्य प्रारंभ दिनांक से 15 महीने बीतने के बाद निर्माण कार्य पर प्रगति नहीं दिख रहा है जिस कारण राहगीरों सहित वाहन चालक परेशान हैं । जिस जगह को सीसी सड़क निर्माण के लिए चिन्हांकित किया गया था, उसी सड़क किनारे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है । जहां पर कांक्रीट का साइट सोल्टर तो बना दिया लेकिन नाली नहीं बनानें की वजह से पानी का निकासी नहीं होने के कारण पानी अस्पताल के मेन गेट पर जमा हो गया है । इस अस्पताल में रोजाना सैकड़ों मरीज मौसमी बीमारी सहित प्रसव कराने पहुंचते हैं । अस्पताल पहुंचने के पहले मेन गेट पर घुटनों तक पानी पार करके बडी मुश्किल से पहुंचते हैं जिससे मरीजों सहित अस्पताल में कार्यरत अधिकारी कर्मचारियों को भी आने जाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । जबकि अभी बरसात का मौसम नहीं है । कल की हल्की बारिश होने के बाद अस्पताल के सामने का हाल बेहाल है । गौरतलब है कि यह सड़क जिला मुख्यालय से कोरबा, बिलासपुर रायपुर सहित सैकड़ों गांवों को जोड़ती है जिस कारण इस सड़क पर ट्रैफिक ज्यादा रहता है । और तो और इस सड़क से कटघोरा, बिलासपुर जाने दर्जनों बसों के संचालन के साथ चारपहिया वाहनों की आवाजाही रहती है । ऐसा नहीं है कि इस सड़क पर आम जनता ही सफर करती है । इस सडक से जिला मुख्यालय के बड़े बड़े अधिकारी एवं नेताओं का भी आना जाना लगा रहता है लेकिन घुटनों भर भरें पानी की निकासी की ओर किसी का ध्यान नहीं देना समझ के परे है ।
विभागीय अधिकारी, कर्मचारी, एसडीओ व इंजीनियरों की लापरवाही का नतीजा ही है जिसका खमियाजा ग्रामीण जनता भुगत रही है ।
जानकारी के अनुसार निर्माण कार्य में लगे ठेकेदार ऊंची राजनीति पहुंच रखता है जिस कारण विभागीय अधिकारी, एसडीओ व इंजीनियरों के हाथ पैर फुलते हैं निर्माण स्थल पर मानिटरिंग करने जाने में । जिस वजह से ठेकेदार एवं ठेकेदार के गुर्गों के द्वारा गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य को अंजाम दिया जा रहा है ।