अध्यक्ष को पता ही नहीं और बन गई जिला शिक्षा समिति

कोण्डागांव । शिक्षा विभाग व जिला प्रशासन जिले में गुणवक्ता पूर्ण शिक्षा की मानिटरिंग के लिए समिति का गठन किया गया है। लेकिन इस समिति के गठन के साथ ही विवाद भी पनपने लगा है। मानिटरिंग शुरू से पहले ही इस समिति के गठन की प्रक्रिया को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। हालांकि जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग की रणनीति जिले के सभी स्कूलों में बेहतर शिक्षा व वहॉ की सुख-सुविधाओं की मानिटरिंग के किया गया था।
लेकिन इस समिति के गठन की बात जिला शिक्षा समिति के अध्यक्ष को ही पता नही और इस पूरी प्रक्रिया का खाखा बनने के साथ ही ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया गया। समिति के सदस्यों की बैठक भी आयोजित हो गई पर इसकी सूचना किसी ने भी जिला शिक्षा समिति के अध्यक्ष को देना उचित नहीं समझा, और यही से यह उभरकर विवाद सामने आया। हांलाकि फिलहॉल केवल समिति का गठन ही हुआ है यदि आवश्यक हो तो इस समिति में शिक्षा समिति के अध्यक्ष से राय-मशवरा कर फेर-बदल भी किया जा सकता है। ज्ञात हो कि पहले भी इसी तरह से अधिकारियों को कुछ स्कूलों को गोद लेने की प्रक्रिया अपनाई गई थी, लेकिन वो शायद उतनी कारकार साबित नहीं हो पाई जितना कि सोचा गया था।
समिति से अनजान अध्यक्ष स्वयं ले रहे क्लास
समिति के गठन से अनजान जिला पंचातय अध्यक्ष देवचंद मतलाम खुद ही इलाके के स्कूलों में शिक्षा के स्तर को देखते हुए स्वंय ही एक स्कूल का चयन कर वहॉ प्रत्येक शनिवार को क्लास लेने लगे हैं। दरअसल बड़ेकनेरा हाईस्कूल में वे एक दिन निरीक्षण पर पहुंचे थे। जहॉ उन्होंने कुछ विद्यार्थियों से चर्चा की थी, लेकिन विद्यार्थियों के द्वारा संतोषप्रद जवाब नहीं मिलने के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष ने उस स्कूल में सप्ताह में एक दिन राजनीति विज्ञान की क्लास लेने का विचार कर लिया और क्लास भी लेने लगे हैं।