कोरोना की आड़ में अभी से मुनाफाखोरी शुरू,रोजमर्रा की कीमते बिकने लगी डबल कीमत पर दाल, तेल से लेकर हर सामान बिकने लगा है मंहगा

भिलाई। कोरोना के लेकर अभी से तरह तरह की अफवाहें जानबूझकर फैलाते हुए व्यापारी अभी से जमकर मुनाफाखोरी शुरू कर दिये है। रोजमर्रा की जरूरत का सामान दोगुने से भी ज्यादा कीमत पर बेचना शुरू कर दिये है। इंदिरा मार्केट और गंजपारा इलाके की किराना दुकानों में गुड़ाखू सहित सभी तम्बाकू उत्पाद दोगुने दाम पर बिक रहे हैं। इसके अलावा तेल और दाल की कीमत में भी 20 से 30 प्रतिशत अधिक में कर बिक्री की जा रही है। सौ रूपये किलो वाला अरहर दान 120 से लेकर 130 रूपये तक और खाद्य तेलों के पैकेट में भी 10 से 15 रूपये अधिक में बिकना शुरू कर हो गया है।
इसके कारण अब आम जनता में आक्रोश पनपने लगता है। लोनों से शासन प्रशासन से मांग की है कि व्यापारियों द्वारा किये जा रहे मुनाफखारी में अंकुश लगाये नही तो कोरोनाकाल में भी सड़क पर आना पड़ जायेगा। कोरोना के संक्रमण को देखते हुए ऐहतियात बरती जा रही है। इसके लिए आंशिक तौर पर कुछ प्रतिबंध लगाए लगाने के साथ ही बाजारों में भी ऐहतियात के साथ दुकानों को खोलने के लिए कहा जा रहा है
ताकि बाजारों में भीड़ कम हो, लेकिन इसकी आड़ में किराना के फुटकर दुकानों में मुनाफाखोरी की शिकायत अभी से सामने आने लगी है। संकट की स्थिति का फायदा उठाकर दुकानदार मनमाने कीमत पर सामान बेचने लगे है विरोध करने पर फुटकर दुकानदारों यह तर्क देना शुरू कर दे रहे है कि ज्यादा कीमत पर सामान मिल रहा है तो हम क्या करें?
2020 रूपये वाला तेल का टीना 2150 से लेकर 23 सौ रूपये तक हो रही बिक्री
गंजपारा के सुनील श्रीवास्तव ने बताया कि किराने के दूसरे सामानों की कीमतों में भी मनमानी बढ़ोतरी कर ली गई है। उन्होंने बताया कि दो दिनों पूर्व राइस ब्रान्ड तेल का एक टीना 2020 रुपए में दिया जा रहा था। वही शनिवार को 2150 से 2300 रुपए तक बेचा गया। लीटर के पैक में भी खाद्य तेल 5 से 10 रुपए महंगा बेचा गया। इसी तरह 85 रुपए किलो वाली अरहर दाल 92 से 95 रुपए किलो बेचा गया।
संक्रांति के लिए भी तिल-गुड़ महंगा
अगले सप्ताह मकर संक्रांति है। संक्रांति में तिल और गुड़ से बने खाद्य सामग्रियों का चलन है। इसे देखते हुए लोग तिल गुड़ लेने भी बाजार पहुंच रहे हैं। इसका भी दुकानदार जमकर फायदा उठा रहे हैं। शनिवार को तिल 120 और गुड़ 50 रुपए किलो की दर से बिका। खरीदारों के मुताबिक यह दो से तीन दिन पहले की कीमत से 10 से 15 रुपए ज्यादा है।
पिछले साल अफवाह उड़ाकर की गई थी जमकर मुनाफाखोरी
कोरोना के पिछले संक्रमण के दौर में भी इसी तरह अफवाह फैलाकर मुनाफाखोरी की शिकायत सामने आई थी। तब जरूरी खाद्य सामग्रियों की कीमतों के बढऩे के साथ नमक के शार्टेज की अफवाह फैला दी गई थी। इसके चलते नमक के चिल्हर व थोक दुकानदारों के प्रतिष्ठानों में लोगों की कतार लग गई थी।
अधिकारियों को बाजार पर नजर रखने दिया गया है निर्देश- खाद्या नियंत्रक दीपांकर
खाद्य नियंत्रक दुर्गसीपी दीपांकर ने बताया कि लॉकडाउन अथवा सामग्रियों की कमी जैसी कोई भी स्थिति नहीं है। प्रशासन सभी सामानों की सप्लाई सामान्य रहे, इसके लिए प्रतिबद्ध है। यदि कोई ज्यादा कीमत पर सामग्री बेच रहा है तो इसकी शिकायत की जा सकती है। अभी तक किसी ने भी ऐसी शिकायत नहीं की है। नगर निगम के अधिकारियों को बाजार पर नजर रखने के निर्देश दिए गए है। शिकायत मिली तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।