हिमपात से बढ़ी दुश्वारियां, कहीं बिजली-पानी तो कहीं दूध-ब्रेड की सप्लाई ठपहिमपात से बढ़ी दुश्वारियां, कहीं बिजली-पानी तो कहीं दूध-ब्रेड की सप्लाई ठप The troubles increased due to snow, somewhere electricity-water and milk-bread supply stalled

शिमला. हिमाचल में बारिश-बर्फबारी (Rain and Snowfall) का दौर जारी है. भारी हिमपात व बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. जनजातीय जिलों में लोग घरों में कैद हैं. प्रदेश में 557 संपर्क मार्ग बंद, 3 नेशनल हाईवे (National Highway), 1 स्टेट हाई वे भी ठप है. प्रदेश में 1790 ट्रांसफार्मर खराब हैं. वहीं 79 पेयजल योजनाएं प्रभावित हैं. संपर्क मार्ग बंद होने से दूध-ब्रेड सहित अन्य जरूरी सामान की आपूर्ति भी बाधित है. कई क्षेत्रों में बिजली और पानी की आपूर्ति (Electricity and Water Supply) बाधित होने से दुश्वारियां बढ़ गई
वहीं प्रदेश में छह मकानों और दो गौशालाओं को नुकसान पहुंचा है. 557 सड़कों पर यातायात बंद है. 250 बसें विभिन्न क्षेत्रों में फंसी हुई हैं. ऊपरी शिमला का संपर्क राजधानी से कट गया है. वहीं कांगड़ा जिला के तहत गुलेर स्टेशन से आगे मलबा गिरने से पठानकोट-जोगेंद्रनगर रेलमार्ग बाधित हो गया है. शनिवार रात पहाड़ी दरकने से मलबा ट्रैक पर आ गया.
वहीं रविवार सुबह पठानकोट से बैजनाथ की ओर जाने वाली रेलगाड़ी गुलेर स्टेशन पर रोक दी गई. चार रेलगाड़िय़ां बैजनाथ में फंस गई हैं. कड़ाके की ठंड में बिजली न होने से लोग ठिठुरने को मजबूर हैं. सड़कों से बर्फ हटाने के लिए मशीनरी लगाई गई है. शनिवार देर रात से लेकर रविवार को दिनभर हिमपात होता रहा.
वहीं प्रदेश के चंबा जिले के साहो क्षेत्र की कीड़ी पंचायत में शनिवार रात से बिजली आपूर्ति ठप है. उधर विद्युत उपमंडल धरवाला (राख) के तहत आती पांच पंचायतों में भी शनिवार से बिजली आपूर्ति ठप है. पांगी में बिजली आपूर्ति के साथ परिवहन सेवाएं भी पूरी तरह से ठप पड़ गई हैं. मंडी जिला में 27 पेयजल योजनाएं बाधित हैं. सराज और चौहारघाटी का मंडी से संपर्क कट गया है.
शिमला के कुफरी, नारकंडा सहित ऊंचाई वाले इलाकों में अब तक कई बार बर्फबारी हो चुकी है, लेकिन हिमाचल की राजधानी में इंतजार बढ़ता जा रहा था. इस बीच शिमला शहर में शनिवार को बर्फबारी से हर कोई झूम उठा. वहीं, रविवार को भी बर्फबारी से पहाड़ों की रानी और मनमोहक हो गई.