कल से हो रही अनवरत बारिश से इस्पात नगरी तरबतर,शहर के दोनों अण्डरब्रिज में भरा पानी निचले बस्तियां हो गई है जलमग्र
भिलाई। सावन के अंतिम दौर में बुधवार से ही हो रही अवनरत बारिश की झड़ी सेे इस्पात नगरी तरबतर हो गया। बुधवार की शाम से रूक-रूक कर हो रही बारिश के चलतेे चंद्रा मौर्या टाकीज तथा प्रियदर्शिनी परिसर के पास बने रेलवे अंडरब्रिज में पानी लबालब भर जाने से आवागमन अवरुद्ध हो गया है। इस वजह से सुपेला रेलवे क्रॉसिंग पर यातायात का अतिरिक्त दबाव साफ देखा जा रहा है। हालांकि चन्द्रा मौर्या टॉकीज के पास वाले अंडरब्रिज में पानी न जमा हो इसके लिए गत माह ही 33 लाख रूपये से दुबारा वहां कार्य करवा कर और एक एक्ट्रा मोटरपंप लगाया गया था लेकिन यह सब धरा का धरा रह गया और अंडरब्रिज फिर लबालब हो गया। आज सुबह से लगातार बारिश होने से नौकरी पेशा और छात्र-छात्राओं को गंतव्य तक पहुंचने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। शहर के निचली बस्तियों में हर जगह पानी भर गया है।
आसाढ़ में अपेक्षाकृत कम बारिश के बाद सावन के महीने में झड़ी का इंतजार अब जाकर खत्म होता दिख रहा है। कुछ बरस पहले तक सावन के महीने की दस्तक पड़ते ही बारिश की झड़ी लग जाती थी। लेकिन हाल के वर्षों में ऐसा कम ही देखने को मिल रहा है। इस बार भी 17 जुलाई से सावन का महीना शुरू होने के बाद लोगों को झड़़ी लगने का बेसब्री से इंतजार था। अंतत: बुधवार की शाम से लगी सावन की झड़ी ने लोगों को पुरानी यादो को कुछ हद तक ताजा कर डाला है। इसके साथ ही लोगों को उमस भरे मौसम से राहत मिल गई है। कल से हो रही बारिश के चलते शहर का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शहर की कुछ पॉश कालोनियों और निचली बस्तियों में जल भराव की स्थिति पर नगर निगम का अमला नजर रखे हुए हैं।
ज्ञातव्य हो कि भिलाई शहर रेल पटरी के दोनों ओर विस्तृत रुप से बसा हुआ है। दोनों ओर आने जाने के लिए पहले पावर हाउस, सुपेला व नेहरू नगर में रेलवे क्रासिंग बनी हुई थी। इसमें से पावरहाउस के क्रॉसिंग को अंडरब्रिज निर्माण के चलते बंद कर दिया गया है। वहीं नेहरू नगर में ओव्हरब्रिज बनने के बाद क्रॉसिंग को आवाजाही के लिए बंद किया जा चुका है। इस स्थिति में बारिश के चलते दोनों अंडरब्रिज के बंद हो जाने से पटरी पार आने जाने के लिए केवल सुपेला क्रॉसिंग ही पसंदीदा विकल्प बना हुआ है। हालांकि नेहरू नगर और पावर हाउस चौक पर पटरी पार आने जाने के लिए ओव्हरब्रिज की भी सुविधा है। लेकिन इसका उपयोग काफी कम लोग करते हैं। रह रह कर हो रही बारिश के चलते आम लोगों का दिक्कत का सामना करना पड़ा। खासकर नौकरी पेशा और छात्र-छात्राओं को घर से निकलकर गंतव्य तक पहुंचने में बारिश की बौछारें झेलनी पड़ी।
लगातार बारिश होने से निकली बस्तियां ही नहीं बल्कि कुछ पॉश कालोनियों में भी पानी जमा होने की स्थिति बनी रही हालांकि रुक-रुककर हो रही बारिश के चलते शहर के निचली बस्तियों में एक साथ जल भराव की स्थिति नही ंबनना लोगों के लिए राहत भरा रहा। बावजूद इसके नगर निगम का अमला पानी निकासी निर्बाध बनाने रखने में जुटा रहा। निगम द्वारा कंट्रोल रूम बनाकर बाढ़ नियंत्रण दस्ते को सजग रखा गया है। समीप के भिलाई-चरोदा निगम क्षेत्र में भी बारिश के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। निगम का अमला जलभराव की स्थिति को रोकने पूरी सजगता बरत रहा है।
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