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महात्मा गांधी पर विवादित टिप्पणी करने वाले कालीचरण महाराज की कैसे हुई MP से गिरफ्तारी, जानिए Inside Story How Kalicharan Maharaj, who made controversial remarks on Mahatma Gandhi, was arrested from MP, know Inside Story

छतरपुर. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को अपशब्द कहकर विवादों में आए कालीचरण महाराज छत्तीसगढ़ पुलिस से बचने के लिए मध्य प्रदेश के खजुराहो में छिपे थे. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से भागकर वे मंगलवार रात खजुराहो पहुंचे थे. उन्होंने यहां से करीब 20 किमी दूर गड़ा गांव के बागेश्वर धाम में शरण ली थी और यहां एक साधारण कमरे को 300 रुपये किराए पर लिया. इस कमरे आकार 8 बाय 10 था और इसकी छत पक्की नहीं, बल्कि स्टील चद्दर से ढंगी थी. उस वक्त उनके साथ 6 साथी भी मौजूद थे. इनमें दो महिलाएं भी थीं.जानकारी के मुताबिक, जब कालीचरण महाराज ने हॉम स्टे जैसी जगह पर कमरा लिया था तब उन्हें कोई पहचान नहीं सका, क्योंकि उन्होंने मास्क लगाया हुआ था. उनका कमरा राजू के नाम से बुक हुआ. उनका सामान उन्होंने खुद उठा रखा था. उन्होंने खुद अपने और साथियों के लिए 103, 109 और 112 नंबर का कमरा लिया. सूत्र बताते हैं कि वे मंगलवार रात जो कमरे में गए तो बुधवार सुबह तक बाहर नहीं आए. सुबह साढ़े दस बजे वह बागेश्वर धाम मंदिर चले गए. इसके बाद रात करीब तीन बजे आए. बताया जाता है कि कालीचरण महाराज के आने से पहले पुलिस ने भी उसी जगह डेरा जमा लिया था. किसी को इसकी जानकारी नहीं थी, क्योंकि पुलिस सिविल में थी. पुलिस ने अलाव जलाकर रातभर महाराज का इंतजार किया और जैसे ही बाबा तीन बजे आए उन्हें घेर लिया गया. छत्तीसगढ़ की पुलिस करीब 4 बजे सुबह बाबा को लेकर रवाना हो गई.जिस स्टे हॉम में कालीचरण महाराज और उनके साथियों ने पनाह ली, वहां एक कमरे में तीन लोगों के ठहरने की व्यवस्था है. एक व्यक्ति से 100 रुपये लिए जाते हैं. इस हिसाब से कालीचरण महाराज के कमरे का किराया भी 300 रुपए था. उनके कमरे में छोटा पंखा रखा और छत टीन की शीट से ढंकी थी. उन्होंने यहां खाने की बजाए बिस्किट खाया और मिनरल वॉटर पिया. पुलिस के गिरफ्तार करने के बाद बाबा के अंगवस्त्र और जूते कमरे में उसी हालत में पड़े थे.

छत्तीसगढ़ पुलिस पर इंटर स्टेट प्रोटोकॉल के उल्लंघन का आरोप

गौरतलब है कि महात्मा गांधी पर टिप्पणी को लेकर कालीचरण महाराज को गुरुवार सुबह रायपुर पुलिस ने खजुराहो से गिरफ्तार किया. मध्य प्रदेश से गिरफ्तारी पर इंटर स्टेट प्रोटोकॉल के उल्लंघन का हवाला देते हुए गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आपत्ति दर्ज कराई है. मिश्रा का कहना है कि छत्तीसगढ़ सरकार नोटिस लेकर भी बुला सकती थी. आने से पहले ना सही गिरफ्तारी करने पर मध्य प्रदेश पुलिस को जानकारी तो देती. मिश्रा ने मध्य प्रदेश डीजीपी को छत्तीसगढ़ डीजीपी से पूरे तरीके पर विरोध दर्ज कराने के साथ स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिए हैं. इधर, छ्त्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सही ठहराते हुए नरोत्तम मिश्रा पर पलटवार किया है.

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