बारात का इंतजार कर रही दुल्हन को दूल्हे पक्ष का आया संदेशा- दहेज में 2 लाख रुपये कम हैं, शादी नहीं होगीबारात का इंतजार कर रही दुल्हन को दूल्हे पक्ष का आया संदेशा- दहेज में 2 लाख रुपये कम हैं, शादी नहीं होगी Groom’s message to the bride waiting for the procession – 2 lakh rupees are less in dowry, marriage will not happen
पटना. दुल्हन बनी युवती हाथों में मेंहदी रचाकर दूल्हे की प्रतीक्षा कर रही थी. महिलाएं मंगल गीत गा रही थीं. वधू पक्ष के लोग बारात के स्वागत की तैयारियों में व्यस्त थे. चारों तरफ उत्साह और उल्लास का माहौल था. विवाह का मंडप तैयार था. पंडित जी शादी की तैयारियों में जुटे थे. उसी वक्त दूल्हे पक्ष की ओर से आए एक संदेश ने दुल्हन के सपने को जमीन पर गिरे शीशे की तरह तोड़ दिया. उत्साह और उमंग का माहौल गम और दुख में तब्दील हो गया. मंगल गीत गा रही महिलाएं गुमसुम हो गईं. परिजन हतप्रभ और पंडित जी हक्के-बक्के रह गए. दरअसल, दूल्हे पक्ष ने मैसेज कर बताया कि दहेज में 2 लाख रुपये कम रह गए हैं, ऐसे में यह शादी नहीं हो सकती है.
यह तस्वीर है बिहार की राजधानी पटना की. हैरान कर देने वाली इस घटना में वर पक्ष के लोगों ने 2 लाख रुपये दहेज में कम होने का हवाला देकर शादी तोड़ने की बात कह डाली. दुल्हन बनने का ख्वाब टूटने पर पीड़ित युवती की ओर से सोमवार को महिला थाने में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई गई है. पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि दहेज लोभियों को सबक सिखाने के लिए कानूनी कार्रवाई करने का कदम उठाना जरूरी है. फिलहाल महिला पुलिस लड़के वालों को थाने में बुलाएगी, ताकि दूसरा पक्ष जानकर मामले की जांच आगे बढ़ाई जा सके
थाने पहुंची दुल्हन बनी युवती
पीड़िता ने शिकायत में बताया कि शादी के दिन लड़के वालों ने मैसेज कर इस बात की जानकारी दी कि जब तक दहेज के 2 लाख रुपये नहीं मिलेंगे तब तक बारात नहीं जाएगी. वधू पक्ष के लोगों की मानें तो तो दहेज में लड़का पक्ष को 3.50 लाख नगद के अलावा 1 अंगूठी और 10 हज़ार के कपड़े के साथ शादी में खर्च के लिए 1.65 लाख रुपये दिए गए थे. पीड़िता ने बताया कि शादी की सारी तैयारियां उनके परिवार वालों की तरफ से पूरी कर ली गई थीं. सगाई से लेकर तिलक तक की रस्में पूरी की गई थीं. इन सबके बावजूद 13 दिसंबर को विवाह के दिन बारात लेकर वर पक्ष वाले नहीं आए
बाहर वालों से भिजवाया संदेशा- दहेज में 2 लाख रुपये कम हैं
युवती ने बताया कि लड़का पक्ष वालों ने बाहर वालों के माध्यम से एक संदेशा भिजवाया. इसमें दहेज में 2 लाख रुपये कम होने की वजह से शादी न होने की बात की गई. पीड़िता ने यह भी बताया कि विवाह के पहले बुकिंग और सभी तरह के आयोजन लड़के वालों की रजामंदी से की गई थी. बिहार में यह हाल तब है जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाज सुधार अभियान के तहत तीन प्रमुख मुद्दों नशा उन्मूलन, बाल विवाह पर प्रतिबंध और दहेज उन्मूलन के संदेश को लेकर जनता के बीच हैं.