चन्दूलाल चन्द्राकर महाविद्यालय के रासोयो इकाई द्वारा बाल सरंक्षण की दी जानकारी

भिलाई। शासकीय चन्दूलाल चंद्राकर कला एवं विज्ञान महाविद्यालय पाटन के राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवको द्वारा यूनिसेफ सुरक्षित पारा सुरक्षित लइका मन के अन्तगर्त तीन दिवसीय ग्राम संपर्क अभियान में 30 जनवरी बुधवार को ग्राम पंचायत दैमार में बाल अधिकार के बारे में ग्रामीणों को अवगत कराये। गांव के सभी आंगनबाड़ी में जाकर बच्चो की खाने पीने तथा उनके कमजोरियों के कारणों को दूर करने के उपाय बताए गए। प्राथमिक शाला दैमार के विद्यार्थियों को उनके अधिकारों और उनके विकास के लिए टिप्स बताने के साथ ही बच्चो को खेल खिलाने, गांव में जनजागरूकता रैली निकालकर नुक्कड़ नाटक दिखाने के साथ ही बच्चो के साथ अपराधियो द्वारा यौन शोषण, ब्लैकमेल जैसे घटनाओं से बचने के उपाय बताए गए। ग्राम पंचायत दैमार के सभी गली मोहल्ले तथा प्रत्येक घरो में जाकर माता पिता अभिभावकों को बच्चो की मानसिक संतुलन को बढ़ाने के लिए बच्चो की हर एक बात शेयर करके उनकी परेशानियों को दूर करने तथा उनमे पढऩे की हौसला बढ़ाये। सभी ग्रामवासियो को एक निशुल्क हेल्पलाइन नंबर 1098 के बारे में अवगत करायां गया जिसमे बच्चो की शारीरिक या मानसिक रूप से दबाव डालने या बच्चो के ऊपर हो रही अत्याचारों की सुरक्षा के लिए इस हेल्पलाइन नंबर का उपयोग करने के टिप्स दिए गए।
वहीं गुरूवार 31 जनवरी को द्वितीय दिवस में ग्राम पंचायत पन्दर में सभी मितानिनों तथा आंगनबाड़ी केंद्र के सहायिकाओं से मुलाकात करके बच्चो के खाने के चीजो को परीक्षण किए तथा गर्भवती माताओ को पौष्टिक आहार सेवन करने के बारे में बताये गए। इस अवसर पर पाटन महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी प्रो डॉ पुष्पा मिंझ तथा स्वयंसेवकगण विजय कुमार, तारणी, त्रिवेणी,नरेश,पिताम्बर, सुमन, ललिता सहित लगभग 20 स्वयंसेवक उपस्थित थे।