छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

नगरीय निकाय चुनाव में सत्ता और संगठन के तालमेल से मिली बड़ी जीत तीनों निकाय में कांग्रेस की जीत

भिलाई। नगरीय निकाय चुनाव का परिणाम 23 दिसंबर को घोषित होने के साथ ही भिलाई, रिसाली व भिलाई, चरोदा में कांग्रेस पार्टी की स्थानीय सरकार बनना तय हो गया है। भिलाई निगम के 70 में से 37 वार्ड में कांग्रेस के पार्षद निर्वाचित हुए हैं। इसके अलावा निर्दलीय जीत दर्ज करने वाले तीन पार्षदों ने भी मतगणना स्थल पर ही कांग्रेस में शामिल होने का ऐलान कर दिया। इस तरह कांग्रेस के पास स्पष्ट रूप से 40 पार्षदों का बहुमत है। महापौर बनाने के लिए कांग्रेस को 36 पार्षद चाहिए। इस आंकड़े को कांग्रेस पार्टी स्वयं के दम पर हासिल कर चुकी है।

कांग्रेस की भिलाई में बहुमत जीत के लिए विधायक देवेन्द्र यादव और शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर की रणनीति कारगर साबित हुई है। देवेन्द्र व मुकेश के बीच प्रत्याशी चयन से लेकर कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने में गजब का तालमेल नजर आया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित पार्टी के अन्य दिग्गज नेताओं के सलाह को दी गई अहमियत ने आखिरकार भिलाई में कांग्रेस की हैट्रिक जीत की राह को आसान बना डाला।

रिसाली नगर निगम के 40 वार्ड में से 21 में जीत दर्ज कर कांग्रेस ने महापौर पद के लिए जरुरी आंकड़ा हासिल कर लिया है। यहां पर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू और प्रदेश कांग्रेस महासचिव जितेन्द्र साहू की मजबूत चुनावी रणनीति से कांग्रेस अपना महापौर बनाने जा रही है।  रिसाली निगम गठन के बाद से ही विकास कार्यों की गति बढ़ाने में मंत्री श्री साहू की भूमिका अहम रही। इसके अलावा जितेन्द्र साहूू के साथ उनकी टीम ने बूथ स्तर पर कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाया। जिससे सफलता में संदेह नहीं रह गया था।

भिलाई-चरोदा नगर निगम में कांग्रेस ने ऐतिहासिक जीत दर्ज किया है। यहां पर कांग्रेस 19 पार्षद जीताने में सफल रही। कुछ निर्दलियों ने भी कांग्रेस के खेमे में जाने का संकेत दे दिया है। इस लिहाज से दो दशक बाद इस निकाय में कांग्रेस की स्थानीय सरकार बन रही है।

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