इंदु आई टी स्कूल में जनजागरूकता कार्यक्रम दुर्गुण रहित भिलाई अभियान पर हुई एकदिवसीय कार्यशाला

संकल्प, ईमानदारी,मेहनत और लक्ष्य भेदनेे अर्जुन की नजर जरूरी-एएसपी झा
भिलाई। इंदु आई टी स्कूल में जनजागरूकता कार्यक्रम दुर्गुण रहित भिलाई अभियान के तहत एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यालयीन छात्र – छात्राओं को युवापंचायत के माध्यम से विभिन्न विषयों पर उपस्थित विषय अतिथियों द्वारा जागरूक किया गया । दुर्गुण रहित अभियान की कार्यशाला में प्रमुख रूप से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर रोहित झा , उच्च न्यायालय के अधिवक्ता सतीश त्रिपाठी , कार्यक्रम के संयोजक जनसुनवाई फाउंडेशन के स्टेट हेड संजय मिश्रा, फ ाउंडेशन की विधिक महिला काउंसलर निमिशा मिश्रा एवं स्कूल के डायरेक्टर व प्रिंसिपल ने बच्चों को संबोधित किया।
एएसपी शहर रोहित झा ने छात्रों से रूबरू होकर उन्हें नशा, मोबाइल के खतरनाक गेम ,सोशल मीडिया पर हो रहे सायबर क्राइम, यातायात सुरक्षा कानून एवं जीवन के लक्ष्य निर्धारण की बातों को बखूबी बताया। उन्होंने कहा कि संकल्प, ईमानदारी,मेहनत और लक्ष्य भेदने के लिए अर्जुन की नजर जरूरी है। यदि युवा पीढ़ी मोबाइल व इंटरनेट के दुष्चक्र में पड़ेंगे ,घण्टो मोबाइल चैटिंग पर समय गंवाएंगे तो कैरियर का लक्ष्य भेदन कैसे कर पाएंगे। बच्चों ने एएसपी सिटी रोहित झा से बेबाक कई प्रश्न भी किये जिसका जबाब उन्होंने देकर बच्चों के जिज्ञासा का समाधान भी किया।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर आए हुए अधिवक्ता सतीश त्रिपाठी ने छात्र-छात्राओं को स्टडी के साथ साथ लर्निंग पर भी फोकस करने को बात उदाहरण देकर समझाया ,विद्यार्थियों को जीवन मे तय किये लक्ष्य की ओर पूरे मनोयोग से बढऩे के लिए प्रेरित किया। बताया कि संकल्प शक्ति ,अनुशासन और समर्पण जीवन के कुछ नियम हैं जो व्यक्ति को महान बनाते हैं । हमेशा अच्छे कार्य के प्रति आगे बढऩा चाहिए और तब तक बढ़ते रहना चाहिए जब तक निर्धारित लक्ष्य मिल नही जाता।
इस अवसर पर जनसुनवाई फाउंडेशन के समन्वयक संजय मिश्रा ने बच्चों को दुर्गुण रहित अभियान चलाने का उद्देश्य बता कर स्वास्थ्य ,शिक्षा ,स्वच्छता ,पर्यावरण ,स्थानीय स्व-शासन , नशा -दुव्र्यसन ,बच्चों का दैहिक शोषण ,घरेलू हिंसा , दुर्गुणों / कुरीतियों के प्रति सचेत किया और कहा कि इन दुर्गुणों से बचकर चलने पर ही हम शहर को दुर्गुण रहित बना सकते हैं। उन्होंने डेंगू जैसे खतरनाक बीमारी से बचने के लिए कहा कि जागरूकता से ही बचाव संभव है ,इसलिए आसपास जलभराव न होने दें ,जल भराव होने पर तेल का छिडक़ाव करें , कूलरों गमलों को साफ रखें पानी जमा न होने दें। जे एस एफ की महिला काउंसलर निमिषा मिश्रा ने सेल्फ डिफेंस ,पास्को एक्ट , डिप्रेशन के बढ़ते कारणों ,पर प्रकाश डाला। निमिषा ने युवापंचायत की इस कार्यशाला की सार्थकता बताते हुए अतिथियों के सकारात्मक मनोवैज्ञानिक उत्प्रेरण की सराहना करते हुए कहा कि बच्चों को मोरैलिटी और क्वालिटी पर जरूर फोकस करना चाहिए तभी चीजें आसान होंगी। निमिषा ने कहा की विभिन्न स्कूल एवं कालेजों में बालपंचायत एवं युवापंचायत का निरन्तर आयोजन कर बच्चों एवं युवाओं को विषय विशेषज्ञों की उपस्थिति में एवं युक्तियुक्त तरीके से जागरूक कर दुर्गुण रहित सतत विकास में उनकी भागीदारी को सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है। विद्यालयीन छात्र – छात्राओं ने एवं शिक्षकों ने दुर्गुण रहित भिलाई बनाने में अपना योगदान देने संकल्प लिया। स्कूल प्रबंधन ने ऐसे कार्यक्रम होते रहने की इच्छा जताई ताकि बच्चों में मानवीय मूल्यों व शहर के प्रति एक सकारात्मक सोच विकसित हो सके । इस अवसर पर उपस्थित शाला के डाएरेक्टर सर एस.,एम. उमक , डाएरेक्टरमेडम श्रीमती मीनल उमक , यशोवर्धन उमक , प्राचार्य आलोक श्रीवास्तव भी उपस्थित थे।