*जिले मे अब तक तीन लाख 5 हजार मीट्रिक टन धान का उपार्जन*
*(धान खरीदी के दौरान टोकन की जानकारी समिति मे हो रही चस्पा)*
बेमेतरा:- जिले में 102 सेवा सहकारी समितियों के अंतर्गत 123 उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से 145743 पंजीकृत कृषकों के 173116 हेक्टेयर रकबे में उपार्जित धान का उपार्जन 01 दिसम्बर 2021 से 31 जनवरी 2022 तक किया जा रहा हैं जिले में कुल 670534 मी.टन धान की खरीदी अनुमानित है। जिसमें अब तक 305000 मे.टन धान की खरीदी की जा चुकी है एवं 62000 मे.टन धान का उठाव उपार्जन केन्द्रों से कराया जा चुका है। धान उपार्जन के लिए शासन के द्वारा 50 प्रतिशत नये व 50 प्रतिशत पुराने बारदानें में धान का उपार्जन किया जाना है नये बारदाने के अंतर्गत नये बारदाने के साथ पीडीएस बारदाना को नया माना गया है। पुराने बारदाने में मिलर बारदाना (एच.डी.ई.पी.बैग) के अतिरिक्त किसान बारदाना को भी शामिल किया गया है। अब तक धान उपार्जन के लिए बारदानों की कमी नहीं है। जिले के किसानों के द्वारा भी उनके क्षेत्रीय समितियों में बारदाना उपलब्धता के आधार पर सहयोगपूर्वक बारदाना देकर अपने टोकन में धान की बिक्री कर रहे हैं। शासन के द्वारा किसानों के बारदानों का दर 25 रू. निर्धारित किया गया है, जो उनके धान बिक्री के साथ ही उनके धान की राशि के साथ उनके खाते में डाला जा रहा है। बारदानों के एवज में अब तक धान बेचने वाले लगभग 61500 (42 प्रतिशत) किसानों को 740 लाख रू. (74067700 रू.) का भुगतान किया गया है।
उपार्जन केन्द्रों में किसानो के सुविधा के लिए ही पूरे खरीदी के पॉंचों दिवस के लिए टोकन की जानकारी समितियों में चस्पा हो रहे हैं। बारदाना की स्थिति की जानकारी दी जा रही है एवं किसानों को कोई परेशानी न हो इसके लिए जिले में निगरानी समिति के साथ-साथ उपार्जन केन्द्र स्तरीय नोडल एवं जिला स्तरीय नोडल द्वारा सतत् भ्रमण कर संपर्क किया जा रहा है। साथ ही कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक बेमेतरा सहित अन्य जिला स्तर के अधिकारी उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी की व्यवस्था तथा रख-रखाव एवं किसानों की सुविधा का ध्यान रख रहे हैं। इस बार जिले में 11 नवीन उपार्जन केन्द्र खुलने से उपार्जन केन्द्र से जुड़े किसानों में खुशी का माहौल है, जिसमें उनका कहना है कि उन्हें धान बेचने के लिए दूर नहीं जाना पड़ता है।
जिले के कुल उपार्जित धान में से 70 प्रतिशत धान दुर्ग जिले से निराकरण किया जाना है, जिसके लिए सतत् रूप से परिवहन कार्य भी कराया जा रहा है ताकि जिले में किसानों से धान खरीदी बिना अवरोध के हो सके।