28 दिनों तक इस्तेमाल की जा सकती हैं बची कोरोना वैक्सीन वॉयल, भारत बायोटेक ने दी जानकारीCan be used for 28 days Corona Vaccine Vial, Bharat Biotech gave information
नई दिल्ली: देशभर में कोरोना टीकाकरण (Corona Vaccination) अभियान जारी है. ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच कोविड-19 वैक्सीनेशन की रफ्तार में और तेजी आई है. हालांकि टीकाकरण के दौरान कभी-कभी वैक्सीन वॉयल यानि शीशी पूरी तरह से इस्तेमाल नहीं हो पा रही है. इनके खुलने के बाद उपयोग नहीं होने पर वैक्सीन (Vaccine) के खराब होने का खतरा रहता है. लेकिन भारत बायोटेक (Bharat Biotech) ने ओपन वॉयल पॉलिसी को लेकर स्वास्थ्यकर्मियों को बड़ी राहत दी है.
कोवैक्सीन का निर्माण करने वाली भारत बायोटेक ने कहा कि ओपन वॉयल पॉलिसी की अवधि 28 दिन है इसलिए हेल्थ वर्कर को वैक्सीन वॉयल के खुलने और इसके खराब होने की चिंता नहीं करना चाहिए. अगर मरीज मौजूद नहीं रहता है तो स्वास्थ्यकर्मी इसे 2 से 8 डिग्री सेंटीग्रेड पर स्टोर करके रख सकते हैं और अगले दिन या 28 दिनों तक इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.
पहले एक्सपर्ट्स ने कही थी ये बात
दरअसल कोरोना टीकाकरण केंद्रों पर कई बार लोग बड़ी संख्या में नहीं पहुंच पाते हैं और वैक्सीन की शीशी खुलने पर इसका पूर्ण उपयोग नहीं होने पर टीके की बाकी खुराक बेकार चली जाती है. इससे पहले वैक्सीन वॉयल को लेकर कई चिकित्सकों ने कहा था कि कोविड-19 वैक्सीन की शीशी एक बार खुलने के बाद उसे 4 घंटे के अंदर पूरी तरह से इस्तेमाल करना चाहिए. ऐसा नहीं होने पर टीके की बाकी खुराक खराब हो जाएगी और उसे नष्ट करना होगा दरअसल यूनिवर्सल टीकाकरण कार्यक्रम के तहत कुछ कोरोना वैक्सीन को शीशी खुलने के 4 हफ्ते बाद तक इस्तेमाल किया जा सकता है. लेकिन ऐसा बिना वीवीएम के संभव नहीं है क्योंकि इससे अनुकूल रखने तापमान और शीशियों को सही तरीके से स्टॉक करने में मदद मिलती है. इसलिए कोरोना वैक्सीन को लंबे समय तक रखकर इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है.बता दें कि ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीच कोरोना वैक्सीनेशन का काम तेजी से जारी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने संसद में जानकारी देते हुए बताया कि देश की 50 फीसदी आबादी को कोविड-19 के दोनों टीके लग चुके हैं जबकि 88 फीसदी लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक मिल चुकी है. उन्होंने कहा कि आने वाले 2 महीनों में वैक्सीन के उत्पाद को और तेजी से बढ़ाया जाएगा.