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*मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान* *(जिले मे कुपोषित बच्चों को दिया जा रहा पौष्टिक आहार)*

बेमेतरा:- मुख्यमंत्री छ.ग. शासन के मंशानुरूप जिले में कुपोषण को जड़ से खत्म करने के लिए 02 अक्टूबर 2019 से मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान प्रारंभ किया गया है जिसके अंतर्गत 06 वर्ष से कम आयु के बच्चों में व्याप्त कुपोषण एवं 15 से 49 वर्ष आयु वर्ग की किशोरी बालिका एवं महिलाओं में व्याप्त एनीमिया को जड़ से दूर करना है। कोविड-19 के संक्रमण के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं के द्वारा हितग्राहियों को घर-घर जाकर सूखा राशन प्रदान किया गया है। इसके अतिरिक्त एनीमिक बच्चें एवं महिलाओं के आई.एफ.ए. की गोली अथवा सिरप कृमि नाशक दवा व व्यवहार तथा खान पान में सकारात्मक परिवर्तन के लिए परामर्श सेवायें दी जा रही है। इस अभियान की मुख्य बात यह है कि अभियान के क्रियान्वयन में होने वाले व्यय की प्रति पूर्ति जिला स्तर पर उपलब्ध खनिज न्यास निधि मद से प्राप्त धनराशि से किया जा रहा है।

 

बेमेतरा जिले में वजन त्यौहार वर्ष 2021 के अनुसार जिले में 17190 कुपोषित बच्चे पाये गये है। जिनको क्रमबद्व रूप से कुपोषण से बाहर लाने के लिए प्रारंभिक रूप से 6 महीने की कार्ययोजना तैयार की गयी है तथा वर्तमान में कलेक्टर श्री विलास भोसकर संदीपान के मार्गदर्शन में 06 माह से 54 माह तक के कुपोषित 12325 बच्चों को अण्डा और केला देने का निर्णय लिया गया है। योजना अंतर्गत प्रत्येक आंगनबाड़ी केन्द्र में कुपोषित बच्चों को सप्ताह में तीन दिन केला/अण्डा तथा शेष तीन दिन गुड़ और चना दिया जा रहा है। जिनमें बच्चें बढ़ चढ़ कर भाग ले रहे है और इसी का एक परिणाम है कि वर्तमान में माह दिसंबर 2021 के वजन अनुसार 1540 बच्चें कुपोषण से बाहर आ चुके है। इसी क्रम में बच्चा कुपोषित जन्म ना ले इसके लिए बेमेतरा जिले अंतर्गत 14772 गर्भवती व शिशुवती को भी लक्षित किया गया है जिन्हे संचालनालय महिला एवं बाल विकास विभाग अटल नगर नवा रायपुर से प्राप्त आबंटन व प्रस्ताव अनुसार इनको सप्ताह में तीन दिवस एक नग केला व सप्ताह के शेष तीन दिवस मुंगफली मुर्रा, तिल, चना एवं गुड़ से बना पौष्टिक लड्डू (एक लड्डू 50 ग्राम का) इस तरह निरंतर 6 दिवस प्रदाय किया जा रहा है। इसी तरह लगातार 6 महीने तक इस योजना का संचालित निरंतर सुचारू रूप से किया जा रहा है। योजना का मॉनीटरिंग आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सेक्टर पर्यवेक्षक एवं परियोजना अधिकारी द्वारा सतत् निगरानी में किया जा रहा है।

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