निगम चुनाव में फिर भाजपा में गुटबाजी बन सकती है हार का कारण
कई गुटों में बंटी भिलाई भाजपा के बड़े नेताओं में दिखावे की ही दिख रही है एकता
अंदर ही अंदर दूसरे गुट के प्रत्याशियों को चल रहा है हराने का खेल
भिलाई। भिलाई भाजपा भिलाई निगम के लिए हो रहे पांचवी बार के चुनाव में भी भाजपा अपना महापौर बनाने में कहां से सफल होगी? क्योंकि भिलाई भाजपा कई गुटों में बंटी हुई है, इनके बड़े नेताओं में केवल दिखावे की ही एकता है। इसका जीता जागता उदाहरण शनिवार को भाजपा के केन्द्रीय कार्यालय में हुए प्रेस कांफ्रेस में भी देखने को मिली। जब भी पत्रकारवार्ता या सभा हो रहा था और सरोज पाण्डेय नही रहती थी तो सभी एक साथ बैठक में नजर आ रहे थे लेकिन शनिवार को यहां सभी भाजपा के बडे नेता उपस्थित थे और जैसे ही जानकारी मिली कि सांसद सरोज पाण्डेय अब आ रही है तो वैशाली नगर के विधायक विद्यारतन भसीन और प्रेमप्रकाश पाण्डेय वहां से चले गये। इसके अलावा कई गुटों में बंटी इनके नेताओं के समर्थक जहां दूसरे गुट के प्रत्याशियों को टिकिट मिला है वहां भाजपा के ही दूसरे गुट के लोग उस प्रत्याशियों को हराने का कार्य कर रहे है। कई जगह तो भाजपा के ही लोग निर्दलीय प्रत्याशी को अंदरूनी समर्थन देकर उनको वोट भी दिलवाने का कार्य कर रहे हैं। ऐसे में कई वार्डोँ में कांग्रेस तो कई वार्डोँ में निर्दलीय चुनाव जीतने में सफल हो रहे है। इसका नतीजा यह हो रहा है कि सोमवार 20 दिसंबर को हो रहे चुनाव में भाजपा बहुमत से दूर जाती दिख रही है।