एक साल से कम उम्र के बच्चे को भूलकर भी न खिलाएं ये चीजें, अस्पताल जाने की आ सकती है नौबत Do not feed these things even after forgetting a child less than one year old, there may be a chance of going to the hospital
अगर आप पहली बार मां या पिता बने हैं तो आपके मन में यह हमेशा जिज्ञासा रहती होगी कि आखिर कब मेरा छोटा सा बच्चा (Baby) खाना शुरू करेगा. ऐसे में कई बार पेरेंट्स शौक पूरा करने के लिए या गलत जानकारी की वजह से उन्हें फल-सब्जियां खिलाने लगते हैं. यहां यह जानना जरूरी है कि एक साल तक के शिशुओं का पाचन तंत्र (digestive system) पूरी तरह से विकसित नहीं हुआ होता. ऐसे में डॉक्टर उन्हें केवल लिक्विड खाने की सलाह देते हैं. अगर बच्चा छह महीने का नहीं हुआ है तो बेहतर होगा कि उसे केवल मां का दूध (Mother milk) दिया जाए. जब वह छह महीने का हो जाए तो उसे वेजिटेबल सूप, दाल का पानी, चावल का पानी आदि देना शुरू करें.ऐसा करने से उनका डाइजेशन भी ठीक रहता है और वे हेल्दी भी रहते हैं. लेकिन इस बात को ध्यान में रखना जरूरी है कि एक साल के शिशु का डाइजेशन सिस्टम बहुत स्ट्रॉन्ग नहीं होता. ऐसे में उन्हें कुछ चीजों को खिलाने से हमें बचना चाहिए. तो आइए जानते हैं कि छोटे शिशुओं को किन चीजों को भूल कर भी नहीं खिलाना चाहिए
. गाय का दूध
यह सुनने में अटपटा है लेकिन गाय का दूध (Cow Milk) बच्चों के पाचन तंत्र को आसानी से खराब कर सकता है. एक साल तक के बच्चों को इसलिए केवल ब्रेस्ट मिल्क या फॉर्मूला मिल्क ही देने की सलाह दी जाती है. लेकिन अगर आप शिशु को गाय का दूध देते हैं तो बच्चे के किडनी पर दबाव पड़ता है और और इसका नतीजा खराब हो सकता है.
. साइट्रिक फ्रूट
दरअसल साइट्रिक फलों (citrus fruits) में एसिडिक तत्व होते हैं जो शिशुओं के पाचन तंत्र के लिए डाइजेस्ट करना मुश्किल भरा होता है. इसकी वजह से बच्चे का पेट खराब हो सकता है या उसे पेट में दर्द भी हो सकता है. खट्टे फलों की वजह से कई बार शिशु के शरीर पर रैशेज भी आ जाते हैं.
3. नमक
शिशु की किडनी (Kidney) पूरी तरह से विकसित नहीं हुई होती है, ऐसे में अगर नमक उनके खाने में शामिल किया जाए तो इसका उन्हें नुकसान हो सकता है. बता दें कि दिनभर में एक ग्राम से कम नमक उनके लिए काफी होता है जो उन्हें मां के दूध या फॉर्मूला मिल्क से मिल जाता है.
चीनी
चीनी कई प्रोसेस के बाद बनती है और कई तरह के केमिकल के संपर्क में आती हुई घर तक आती है. ऐसे में यह शिशु के लिए हानिकारक साबित हो सकती है. चीनी बच्चों की इम्यूनिटी को भी वीक करती है.
5. अंगूर
अगर आप छोटे बच्चों को अंगूर (Grapes) खिलाने की कोशिश करेंगे तो यह उनके गले में अटक सकता है और दम घुट सकता है. यह खट्टा भी होता है जो बच्चों के पेट दर्द का कारण हो सकता है.
. अंडा
बेहतर यही होगा कि आप एक साल होने के बाद ही बच्चे को अंडा खिलाएं. शुरू में अंडे का सिर्फ पीला हिस्सा खिलाएं. सफेद हिस्से से शिशुओं को एलर्जी हो सकती है. कई बार यह पेट दर्द, उल्टी या स्किन एलर्जी का कारण हो सकता है.