
सबका संदेश न्यूज़ | चिल्फीघाटी जिले की सीमा से लगे नक्सल प्रभावित चिल्फी थाना को हाईटेक और सर्वसुविधा युक्त बनाने शासन ने करीब दो करोड़ रूप की राशि स्वीकृत की है । इस भारी भरक राशि से निर्माण कार्य भी प्रारंभ किया जा चुका है । लेकिन बताया जा रहा है कि संबंधति कार्य ऐजेंसी और उसके ठेकेदार द्वारा इस निर्माण कार्य का न सिर्फ कछुआ गति से अंजाम दिया जा रहा है बल्कि इसकी गुणवत्ता को भी ताक में रखा जा रहा है । जिसे लेकर लोगों में असंतोष नजर आ रहा है । उल्लेखनीय है कि चिल्फी में करीब दो करोड़ की लागत से हाई टेक थाना भवन एवं आवास निर्माण की नींव रखी जा चुकी है और निर्माण प्रारंभ कर दिया गया है । लेकिन आरोप है कि इस निर्माण कार्य को इतनी धीमी गति से अंजाम दिया जा रहा है कि करीब चार माह में भवन निर्माण के नाम पर सिर्फ कालम के लिए गड्ढे ही खोदे जा सके हैं । लोगों का आरोप है कि बीते करीब चार माह से कालम के लिए खोदे गए ये बड़े और गहरे गड्ढे असुरक्षित ढंग से यूं ही पड़े हैं जिनमें कभी भी किसी बच्चे अथवा मवेशियों के गिरने का भय बना हुआ है । ऐसे में लोगों की मांग है कि या तो भवन निर्माण जल्द कराया जाए या फिर इन कालम गड्ढे को बंद किया जाए ताकि दुर्घटना की आशंका न रहे । बताया जाता है कि थाना परिसर के अंदर अधिकारी कर्मचारियों के लिए आवासी भवन भी बनवाए जा रहे हैं लेकिन इसके लिए जो निर्माण सामग्री का उपयोग किया जा रहा है । वह गुणवत्ता विहीन है । लोगों ने बताया कि भवन निर्माण के लिए मंगाई गई फलाई एस ईट घटिया दर्जे की है जिससे भवन की गुणवत्ता पर सवाल उठाए जा रहे हैं । लोगों ने शासन – प्रशासन से भवन निर्माण कार्य तेजी के साथ गुणवत्ता पर भी ध्यान दिए जाने की मांग की है । भवन निर्माण में बरती जा रही लेटलतीफी को लेकर पुलिस जवानो में भी असंतोष देखा जा रहा है और उन्होने भी इसमें तेजी लाए जाने की मांग की है ।