छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

एचएमएस यूनियन मजदूरों के हित में किसी भी हद तक जाते हुए हमारी युनियन लड़ेगी उग्र लड़ाई

बीएसपी कर्मचारियों से एचएमएस को वोट देने एच एस मिश्रा ने की अपील

भिलाई। एचएमएस नेता एच एस मिश्रा ने कहा है कि वर्तमान में देश के सार्वजनिक उपक्रमों में मजदूरों की दशा अत्यंत दयनीय है क्योंकि केन्द्र की सरकार जैसे कसम खाये हुए है कि मजदूरों के सारे अधिकार कानूनों को खत्म करके समाप्त कर दिये जाये और समस्त सरकारी उपक्रमों एवं सार्वजनिक उपक्रमों को उनके चहेते पूंजीपतियों को सौंप दिये जाये। बी.एस.एन.एल, कोल, रक्षा, रेल्वे व स्टील उद्योगों में निजीकरण का बढ़ता दखल इसका प्रमाण है। सरकार के शह पर सेल में भी अफसर शाही पूूरी तरह हावी है। हजारों करोड़ रूपये एक्सपांशन में विनिवेश करके नये प्रोजेक्ट को जानबूझकर देरी करना व श्रमिकों के वेतन समझौते में अफोर्टबिलिटी का अडंगा लगाना पूरा पूरा अफसरों की मनमानी का उदाहरण है। इसके लिए भिलाई के कर्मचारी व यहां की जनता को भी सडक़ की लड़ाई आर-पार के रूप मे जोरदार ढंग से लडऩी होगी। भिलाई श्रमिक सभा एचएमएस ने अपने निडरता से लडऩे का प्रमाण भिलाई के कर्मचारियों को पिछले दो साल में दे दिया है चाहे मेडिकल अनफिट के आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति का मामला हो या स्थानीय युवाओं को रोजगार का मामला हो या दुर्घटना में मृत परिवार के आश्रितों के नौकारी का मामला हो। मैं एचएमएम के अध्यक्ष के नाते आपको विश्वास दिलाता हूं कि बीएसपी को बचाने आप सबके सहयोग से किसी भी हद तक व भिलाई से लेकर दिल्ली तक हमारी युनियन उग्र लड़ाई लडऩ़े को तैयार है। 2 अगस्त को भिलाई इस्पात संयंत्र के युनियन का चुनाव है और 2-3 सप्ताह से अन्य युनियनों द्वारा बड़े बड़े वादे किये जा रहे है और मैं इन युनियनों से सवाल करता हूं कि एक जुलाई के पहले ये कहां थे और उसके पहले आपको मजदूर हित व मजदूरों की समस्या की चिंता क्यों नहीं रही। चुनाव के समय सब लोग बड़े बड़े खोखले वादे कर लोगों को भ्रमित कर रहे है  और अपने स्वार्थ पूर्ति के लिए बड़े बड़े नेता भी एक युनियन के जरिये प्लांट में पूर्व की तरह अपना दखल बनाये रखना चाह रहे हैं। नये युनियन सीटू को आपने दो बार चुनकर अवसर दिया पर 6 वर्ष का कार्यकाल हम सबको कई साल पीछे धकेल दिया। जिसके कारण कर्मचारियों का बहुत नुकसान हुआ। 50 साल से अधिक मान्यता में रही इंटुक युनियन की पद लोलुपता और वर्चस्व की लड़ाई भिलाई से लेकर दिल्ली तक न्यायालयों में चल रहा है । इंटुक के नेता जो 50 साल में कुछ नही किये वे अब क्या करेंगे। इससे बीएसपी के वर्कर पूरी तरह से वाकिफ  है। बी.एम.एस. चूंकि बी.जे.पी समर्पित युनियन है और कभी भी सरकार के खिलाफ  संघर्ष नही करेगी लेकिन जनता को भरमाने बीजेपी के कई दिग्गज नेता व समर्थक संगठन बड़े-बड़े लोक लुभावन नारों के साथ चुनाव में 20 दिन से लग गये है इसके पूर्व इनका अता पता नही था। क्षमता होती तो सरकार और मंत्रियों से बोलकर 9 अक्टूबर के दुर्घटना में मृत सभी शहीदों के परिवार को अनुकंपा नियुक्ति दिला चुके होते इनको अभी 10 माह बाद होश आया है। ये कह रहे है कि जीतने के बाद 28 जून 2011 के परिपत्र को रद्द करवायेंगे जबकि हम हारे या जीते उस सर्कुलर को रद्द करवाने व प्लांट के अंदर किसी भी प्रकार के मृत्यु पर अनुकंपा नौकरी के लिए संघर्ष जारी रखेंगे। ये बीएमएस समर्थक साथी यह भी कह रहे है कि जीते तो हनुमान जी की सबसे बड़ी विशाल मूर्ति स्थापित करेंगे। सभी हिन्दु परिवार हनुमान जी की दिल से पूजा करते है। हम इनसे मांग करते है कि अपने केन्द्र की सरकार से कहकर अफोर्टबिलिटी का क्लाज हटवा दें चुनावी व खोखली बातों से भिलाई का वातावरण न बिगाड़े। हम एचएमएस वाले बीएसपी प्रबंधन व केन्द्र सरकार के मजदूर विरोधी नितियों व शोषण के सख्त खिलाफ है और हमारे वर्कर भाई भी कठपुतली युनियन के आने से क्या क्या हो सकता है इससे भली भांति परिचित है। बाल्कि लोकल युनियनों को गेट के बाहर कोई नही जानता और ना ही यह कुछ कर पायेंगे।

आप सबसे विनम्र अपील है कि यदि आप सबका आर्शिवाद व बहुमूल्य वोट व सहयोग एचएमएस युनियन (क्र.2) को मिलता है तो हम निडर भाव से प्लांट वर्करों के हित की रक्षा के लिए प्रबंधन व सरकार से टकराने व संघर्ष करने से नही घबड़ायेंगे। कर्मचारी हितों के लिए एचएमएस के जुझारू और दमदार नेता कर्मचारियों के सुविधाओं के लिए नए किर्तिमान रचेंगे। ये एचएमएस का वादा है।

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