बेटी को अजीबोगरीब परवरिश दे रही है मां, न जाती है स्कूल, न ही है सोने-जागने का कोई वक्त !

बच्चों को अगर कोई चीज़ बचपन से घर (Parenting Tips) और स्कूल में सिखाई जाती है, तो वो अनुशासन का पाठ (Lesson Of Discipline) है. हर काम का वक्त तय किया जाता है. खेलने-कूदने से लेकर पढ़ने-लिखने और सोने के लिए भी समय (Routine Time Table of Children) तय किया गया है, ताकि बच्चे बिना थके अच्छी तरह नई चीज़ें सीख सकें. हाल ही में TikTok पर एक मां ने ये कहकर (Weird Parenting Theory) विवाद खड़ा कर दिया कि उसने अपनी 10 साल की बच्ची को अनुशासन नाम की चीज़ ही नहीं (Mother puts no restriction on daughter) सिखाई.@treeeflower नाम की TikTok यूज़र ने एक वीडियो अपलोड करते हुए बताया है कि वो अपनी बेटी को बिल्कुल गैर-पारंपरिक अंदाज़ में पाल रही हैं. उन्होंने न तो बेटी के लिए कोई सोने का वक्त निश्चित किया है और न ही वे उसे पढ़ने-लिखने के लिए बाधित करती हैं. इतना ही नहीं मां का ये भी कहना है कि उसने बेटी को कभी स्कूल भी नहीं भेजा. उसकी ये बातें सुनकर इंटरनेट पर लोग दंग रह गए हैं.बेटी की परवरिश की कहानी सुन आ जाएगा चक्कर
वीडियो में मां बताती हैं कि वो अपनी बेटी को बेहद गैर पारंपरिक या फिर विवादित परवरिश दे रही है. न तो उसके सोने का वक्त है न ही जागने का. कई बार वो सुबह 5 बजे सोती है और शाम को 4 बजे उठती है. वो कभी भी स्कूल नहीं गई है. वो वही पढ़ती है, जो पढ़ना चाहती है. मां ने ये बताकर भी चौंका दिया कि उसने 10 साल की बेटी के लिए कोई स्क्रीन टाइम नहीं रखा है. वो अपनी मर्जी के मुताबिक इसे देखने के लिए फ्री है. उन्होंने जो एक नियम उसके लिए लगा रखा है, वो ये है कि घर के किसी भी सदस्य के लिए स्लीपओवर नहीं है, वे सभी एक साथ सोते हैं. मां का कहना है कि वो इस तरह से अपने दिमाग से चलने और अपना मत रखने वाली बेटी की परवरिश कर रही हैं.इंटरनेट पर आ रहे हैं अलग-अलग रिएक्शन
वो वीडियो क्लिप में खुद को क्रंची मदर (Crunchy Mother) कह रही है. ये टर्म उनके लिए इस्तेमाल किया जाता है, जो प्रकृतिवाद पर ज्यादा भरोसा करते हैं. इसमें बिना दवाओं के बच्चों को जन्म देना, जब तक बच्चा न छोड़े तब तक ब्रेस्टफीड कराना, एक साथ सोना, अटैचमेंट पैरेंटिंग और घर पर ही बच्चों को पढ़ाना शामिल होता है. इस वीडियो को अब तक 8 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है. लोग इस पर प्रतिक्रियाएं देते हुए लिख रहे हैं कि बच्ची को बेसिक शिक्षा ही नहीं मिल रही. एक अन्य यूज़र ने लिखा कि सर्वाइवल के लिए तैयार नहीं होगी. लोगों ने बच्ची के भविष्य को लेकर भी चिंता ज़ाहिर की है, जो आम ज़िंदगी से बिल्कुल दूर है.