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डिप्टी सीएम के भाई व पर्यटन मंत्री की बहू की करारी हार, जानें JDU-RJD के रसूखदारों का रिजल्ट The defeat of the Deputy CM’s brother and the daughter-in-law of the Tourism Minister, know the result of the influential people of JDU-RJD

बेतिया. बिहार में हो रहे पंचायत चुनाव के नौवें चरण में जनता ने दिग्गज प्रत्याशियों को धूल चटा दिया है. बुधवार को हुई वोटों की गिनती में सूबे के मंत्री से लेकर उपमुख्यमंत्री तक के घरवालों को निराशा हाथ लगी है. एक ओर जनता ने कई रसूखदारों को सिरे से नकार दिया है तो वहीं साफ-सुथरे और स्वच्छ छवि के साथ-साथ पढ़े लिखे युवाओं को लोगों ने जीत की माला पहनायी है. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में परिवर्तन की लहर के बीच पश्चिमी चंपारण जिला के नौतन और बैरिया प्रखंड क्षेत्र के सभी 38 पंचायतों का चुनाव परिणाम आ गया है. यहां डिप्टी सीएम रेणु देवी के भाई को सांसद के भाई ने करारी शिकस्त दी है तो वहीं पर्यटन मंत्री की पुत्र वधू मुखिया का चुनाव हार गईं हैं.कभी दस्यू सरगनाओं का गढ़ कहे जाने वाले नौतन और बैरिया प्रखंड क्षेत्र के मतदाताओं ने इस बार अपनी पंचायत सरकार का चयन करते हुए कई दिग्गजों को धूल चटाने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी है. चुनावी नतीजों में सूबे के उपमुख्यमंत्री के भाई से लेकर पर्यटन मंत्री की बहू तक शामिल हैं, जिसकी चर्चा जोरों पर हो रही है. इसको लेकर सोशल साइट्स पर लोग तरह तरह के कमेंट कर रहे हैं.दांव पर लगी थी दिग्गजों की साख 
नौतन प्रखंड क्षेत्र के 20 और बैरिया प्रखंड क्षेत्र के 18 पंचायतों में कई दिग्गज अपनी किस्मत आजमा रहे थे. इसमें बिहार की उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के भाई अनिल कुमार जिला परिषद सीट के लिए तो पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद की बहू रंजीता देवी मुखिया पद पर अपनी किस्मत आजमा रही थीं. वहीं, वाल्मीकिनगर से जदयू सांसद सुनील कुमार के भाई मनोज कुशवाहा जिला परिषद सीट पर तो राजद नेता व जिप के पूर्व अध्यक्ष अमर यादव की पत्नी रेणु देवी जिला परिषद का चुनाव लड़ रही थीं. हालांकि भाजपा के दोनों बड़े नेताओं के परिवारवालो को हार का मुंह देखना पड़ा तो वहीं जदयू सांसद के भाई को जीत मिली.  राजद नेता अमर यादव की पत्नी को भी जीत हासिल हुई.पढ़े-लिखे युवाओं पर जनता ने किया भरोसा
इस चुनाव परिणाम की सबसे अहम बात तो यह है कि पर्यटन मंत्री की बहू और उपमुख्यमंत्री के भाई को दूसरा स्थान भी नहीं मिल सका.  पूर्व में भी उपमुख्यमंत्री के भाई को जिला परिषद चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था. पूर्वी नौतन प्रखंड क्षेत्र बलुआ के रहने वाले बीटेक इंजीनियर असद रज़ा को जनता का भरपूर समर्थन मिला और सबसे कम उम्र में चुनाव जीतने की उपलब्धि भी हासिल की. असद रजा जिला परिषद क्षेत्र संख्या 36 से चुनाव मैदान में थे, वे 2 हजार वोट से चुनाव जीत गए हैं.

बहरहाल इस बार के पंचायत चुनाव का परिणाम परिवर्तन की बयार लेकर आयी है जिसमें पुराने जनप्रतिनिधियों के साथ साथ दिग्गजों को भी उड़ा ले गयी है. चुनाव परिणाम के दौरान जनता ने जिले के बड़े-बड़े जनप्रतिनिधियों के परिवार को पंचायत निकाय चुनाव में सिरे से खारिज कर दिया है. अब इसके बाद सबकी निगाहें जिला परिषद अध्यक्ष सीट की ओर हैं. हालांकि यह फिलहाल ST के लिए आरक्षित है जहां निवर्तमान जिपअध्यक्ष शैलेन्द्र गढ़वाल की मजबूत दावेदारी मानी जा रही है. दरअसल उन्होंने पुनः जीप सदस्य में जीत हासिल कर ली है.

 

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