छत्तीसगढ़

रा.से.यो. ने मनाया शहीद नरेंद्र शर्मा की 50 वीं पुण्यतिथि R.S.Y.O. Celebrated the 50th death anniversary of Shaheed Narendra Sharma

*रा.से.यो. ने मनाया शहीद नरेंद्र शर्मा की 50 वीं पुण्यतिथि*

छत्तीसगढ कवर्धा
l शासकीय शहीद नरेंद्र शर्मा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रवेली मे शहीद नरेंद्र शर्मा को उनकी 50 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर, एक दिया शहीदों के नाम के थीम पर 50 दीप प्रज्वलित कर श्रद्धांजलि अर्पित किया।स्कूल के प्राचार्य श्री कुमार सिंह साहू ने उनकी शौर्य गाथा का संक्षिप्त वर्णन करके स्कूल के बच्चों को जानकारी में बताया कि स्वर्गीय श्री राम स्नेही एवं स्वर्गीय श्रीमती केवरा बाई के 6 भाई बहानो में पाँचवा पुत्र लाडले शहीद नरेंद्र शर्मा का जन्म 12 दिसंबर, 1951 को दुल्लापुर ग्राम में हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा अपने मामा के यहा मुंगेली के समीप खेडहा गॉव में हुआ तथा हाई स्कूल बी आर साव स्कूल मुंगेली से प्राप्त कर
18 वर्ष की ही आयु में राष्ट्रप्रेम में वह 11जनवरी 1971 में भारतीय सेना में शामिल हो कर 4 गार्ड इन्फेन्ट्री रेजिमेंट राजस्थान में पदस्थ थे
1971 भारत-पाक युध्द के दौरान छत्तीसगढ़ वह भूमि है जहां 40 से अधिक युद्ध नायक शामिल हुए थे , जिनमें दुल्लापुर के वीर सैनिक नरेंद्र शर्मा भी शामिल था जो दुश्मनों से टक्कर लेते शहीद हो गए थे। शहीद नरेंद्र शर्मा का पार्थिव शरीर गांव भी नहीं पहुंच सका था।दुर्ग जिला के तत्कालीन कलेक्टर महोदया और जिला सैनिक बोर्ड के अधिकारी ने स्वयं उनके घर आकर सूचना दिया कि नरेंद्र शर्मा दुश्मनों से अपने अदम्य साहस से लड़ते हुए केवल 19 वर्ष के आयु में वीरगति को प्राप्त हो गया l 1971 के ऐतिहासिक युद्ध में भारतीय सेना के जाबांज जवानों के सामने पाकिस्तान की लगभग 92 हजार सैनिकों ने घुटने टेक कर आत्मसमर्पण किया था। इसलिए 16 दिसंबर को विजय दिवस के रुप में मनाया जाता है। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से श्री मोहेन्द्र शाह (राजा भैया)श्री रविन्द्र गुप्ता (समाज सेवक) प्राचार्य श्री कुमार सिंह साहू व्याख्याता श्री एच एन पांडेय, श्री वीरेंद्र शर्मा,श्री किशन लाल सत्यवंशी,श्री एम के श्रीवास, श्रीमती भारती मरकाम, श्री बी पी चंद्रवंशी है तथा राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी जितेंद्र कुमार राजपूत ,
रा.से. यो. के दल नायक सागर, कामनी,नीलम,हर्षवर्धन,शिवरानी तथा सभी स्टाफ और छात्र एवं छात्राएँ उपस्थित थे।शहीद नरेंद्र शर्मा अमर रहे,जब तक सूरज चांद रहेगा शहीद नरेन्द्र शर्मा नाम रहेगा की नारो से स्कूल प्रांगण गूंज उठा ।

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