छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

कलस्टर डेवलपमेंट के लिए कास्टिंग, फेब्रिकेशन व मशीनरी की होगी व्यवस्था

एमएसएमई सचिव डॉ अरुण कुमार पंडा ने की उद्योगपतियों से मुलाकात

भिलाई। भारत सरकार के एमएसएमई सचिव डॉ अरुण कुमार पंडा (आईएइस) ने भिलाई के उद्योगपतियों से मुलाकात कर कई बिंदुओं पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि चरखे से लेकर चंद्रयान तक पहुंचने में एमएसएमई का बहुत बड़ा योगदान है। इस मौके पर भिलाई में क्लस्टर डेवलपमेंट पर विस्तृत चर्चा की गई। आईएएस पंडा का भिलाई आना और यहां के उद्योगपतियों से मिलना काफी उपलब्धि भरा रहा। इस दौरान उन्होंने कहा कि क्लस्टर डेवलपमेंट पर भिलाई में कलस्टर के अंतर्गत कास्टिंग, फेब्रिकेशन व मशीनरी की व्यवस्था की जाएगी। इस व्यवस्था के फायदे व सम्पूर्ण जानकारी देकर उन्होंने भिलाई को इस क्षेत्र में आगे बढऩे हेतु उत्साह बढ़ाया।

इससे पहले जेपी इंजीनियरिंग छावनी चौक में आयोजित इस कार्यक्रम में उद्योग चैम्बर भिलाई के अध्यक्ष जितेन्द्र गुप्ता ने सर्वप्रथम पुष्पगुच्छ से आईएएस पंडा का स्वागत किया। जिला उद्योग केंद्र के जीएम अनिल श्रीवास्तव, एमएसएमई रायपुर के डिप्टी डायरेक्टर योगेश कुमार व राजीव का स्वागत छग चैम्बर ऑफ कॉमर्स के प्रदेश उपाध्यक्ष गारगी शंकर मिश्र व वायर ड्रम एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष महेश बंसल व अन्य पदधिकारियों ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से बीएसपी एंसीलरी एसोसिएशन के अध्यक्ष अरविंदर सिंह खुराना, नरसिंग कुकरेजा, करमजीत बेदी, राजेश मखीजा, बृजमोहन अग्रवाल, अंजन गुप्ता, विनोद सोनी, सुरेश बोपचे, राजकरन यादव, उत्तम पांडेय, शंकर सचदेव एवम अनेक पदधिकारी उपस्थित रहे।

एमएसएमई की सभी योजनाओं दी जानकारी

डॉ पंडा ने शासन द्वारा एमएसएमई के लिए बनाई गई सभी योजनाओं व उनके लाभ की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नीजि उद्योग या पब्लिक सेक्टर में एमएसएमई को अब 20 फीसदी की जगह 25 फीसदी भागीदारी मिलेगी। पेमेंट में हो रही दिक्कतों को दूर करने के लिए एक अलग से कौंसिल की स्थापना की गई है जिसे काफी अधिकार मिले हुए हैं। इस अवसर पर उद्योग चैम्बर भिलाई के अध्यक्ष जेपी गुप्ता ने कहा कि भिलाई के उद्योगों के लिए क्लस्टर योजना बेहद लाभकारी होगी। हम क्लस्टर के रूप में यहां पर तैयार हैं। शासन की तरफ से हमें मदद चाहिए। प्रतिस्पर्धा के इस दौर में हमारी भागीदारी सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा कि डॉ पंडा ने भिलाई के लिए उपयोगी जानकारी दी उनका आगमन हम सब के लिए सार्थक सिद्ध होगा।

जानकारी नहीं होने से पिछड़ रहे उद्योग

संरक्षक केके झा ने डॉ पंडा के भिलाई आगमन पर प्रसनता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि डॉ. पंडा ने जो जानकारी दी है उसने एमएसएमई में जान फंूक दी है। हम लोगों को इतनी जानकारी नहीं थी। झा ने अधिनस्त अधिकारियों के सामने ही कहा कि हमें कोई जानकारी नहीं दी जाती जिसके कारण उद्योग पिछड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि एमएसएमई, सीएसआईडीसी, एनएसआईसी एवं उद्योग से संबंधित जुड़े विभागों के बीच जिला उद्योग केन्द्र के सीजीएम अनिल श्रीवास्तव को एक कड़ी के रूप में काम करना चाहिए ताकि कोई भी मदद चाहे तो उनसे चर्चा कर सही जानकारी मिल सके। सचिव डॉ पंडा ने जवाब में कहा कि ऐसा ही होगा। उन्होंने जानकारी दी कि बोरई में टूल रूम की स्थापना हो रही है ताकि क्षेत्र में एमएसएमई प्रत्यक्ष रूप से अपनी बात रख सके।

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