बोड़ला। शासकीय हाई स्कूल खड़ौदा कला में बाल दिवस व पुरुस्कार वितरण समारोह का आयोजन
बोड़ला, कवर्धा(जीवन यादव) शासकीय हाई स्कूल खड़ौदा कला में बाल दिवस व पुरुस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में विकास खंड शिक्षा अधिकारी बोड़ला ए के सहारे उपस्थित रहे, कार्यक्रम की अध्यक्षता रामकुमार साहू, अध्यक्ष, शाला प्रबंधन समिति खड़ौदा कला के द्वारा किया गया व विशिष्ट अतिथि के रूप ‘बेजुबां सेवा समिति पंडरिया’ के संयोजक सुमित तिवारी व पशु चिकित्सक शुभेन्द्र सिंह राजपूत उपस्थित थे। इस अवसर पर शाला में समय-समय पर आयोजित होने वाले विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रथम , द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को अतिथियों के द्वारा पुरुस्कृत किया गया । साथ ही 10 वी बोर्ड परीक्षा सत्र 2019 में शाला के द्वारा जिले में तृतीय स्थान प्राप्त करने की उपलब्धि के लिए बीईओ बोड़ला सहारे के द्वारा शाला के समस्त स्टाफ को मोमेंटो व पेन प्रदान कर सम्मानित किया गया। बेजुबाँ सेवा समिति पंडरिया को जीव ‘सेवा ही नारायण सेवा’ को चरितार्थ करते हुये बेजुबाँ पशुओं , घायल एवं बीमार जीवो के सेवा व इलाज करने व मृत जीवों के अंतिम संस्कार जैसे पुनीत सेवा करने हेतु शाला प्रबंधन समिति व शाला परिवार की ओर से मोमेंटो भेंट कर सम्मानित किया गया। तथा शाला के स्टाफ के द्वारा सहयोग राशि समिति को जीव सेवा हेतु प्रदान किया। इस अवसर पर बीइओ श्री सहारे ने बच्चों को सफलता के लिए लगातार मेहनत करते रहने की बात कही। बेजुबाँ सेवा समिति पंडरिया के संयोजक श्री सुमित तिवारी ने कहा कि मनुष्य वही है जो अन्य जीवों के पीड़ा कष्ट को समझकर उनकी सहायता करें उनकी सेवा करें क्योंकि ईश्वर ने सब जीवो में मनुष्यों को श्रेष्ठ बनाया है अतः हम सभी मनुष्यों को बेजुबाँ जीवो के प्रति दया व संवेदना होनी चाहिए। डॉ शुभेन्द्र ने वाहन चलाते समय इन बेजुबाँ जीवो का ध्यान रखने की बात कही क्योकि इन जीवों के लिए कोई एम्बुलेंस नही आती ये दर्द में ही तड़पते रह जाते हैं।
शाला के प्राचार्य विद्यासागर यदु ने समस्त अतिथियों को शाला की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर शाला के सभी बच्चे, स्टाफ में व्याख्याता शीला मसिया, सजंय कुमार जायसवाल, सी आर कुर्रे, मोनिका वर्मा , मुकेश कुमार लांझी , संकुल समन्वयक रामकुमार वर्मा, संजय हठीले, शरद वर्मा उपस्थित थे । सभी शिक्षकों ने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।