किसानों को महंगी कीमत पर बेची गई डीएपी, 1 साल बाद भी रकम वापस नहीं

दुर्ग / जिले के किसानों को पिछले साल ज्यादा दाम पर बेचे गए खाद का पैसा सरकार ने अब तक रिटर्न नहीं किया है। 11500 किसानों को कुल 4092 मीट्रिक टन डीएपी खाद को 1800 रुपए प्रति बोरी बेचा गया है। इसे 12000 किसानों ने ज्यादा पैसे देकर खरीदे गए हैं।
इन किसानों को 1800 रुपए प्रति बोरी के बजाय 1200 रुपए के हिसाब से अंतर की राशि लौटाई जानी है। यानी प्रति बोरी 600 रुपए के हिसाब से किसानों ने जितनी बोरी खरीदी है उतना रिटर्न करना है। सरकार ने इसके लिए प्रभावित किसानों से पिछले साल ही क्लेम मंगवाया लेकिन अब तक भुगतान नहीं किया गया है। किसानों को रबी फसल के लिए खाद-बीज खरीदना है।
शासन द्वारा जारी की जानी है अंतर की राशि, 1800 रु पर बेची गई थी डीएपी
जिले के 90 सहकारी समितियों के माध्यम से खरीफ फसल के लिए किसानों ने डीएपी खाद लिया है। इन किसानों ने प्रति बोरी 1800 रुपए के हिसाब से खरीदी की है।
इसी दौरान किसानों ने बढ़े हुए दाम का विरोध किया और केंद्र सरकार ने डीएपी खाद का रेट 1200 रुपए घोषित कर दिया है। तब तक यहां के किसानों ने बढ़े दाम पर डीएपी खरीद ली थी। अंतर की राशि लौटाने के लिए आदेश भी सरकार ने जारी कर दिया है। पर एक साल बाद भी राशि नहीं मिली है।
2687 मीट्रिक टन डीएपी खाद खरीदे, पर नहीं मिली अब तक अंतर की राशि
केंद्र सरकार ने जब डीएपी के दाम कम किए तब तक समितियों में 2687 मीट्रिक टन डीएपी खाद वितरण हो चुका था। किसानों ने 1800 रुपए प्रति बोरी के हिसाब से डीएपी खरीदी कर ली थी।
घोषणा के बाद ऐसे किसानों की सूची बनाई गई और समितियों से जिला केंद्रीय सहकारी बैंक को प्रकरण भेजा गया। बैंक के माध्यम से प्रकरण मार्कफेड गया और यह राज्य के केंद्र सरकार को भेजा गया है। किसानों को क्षतिपूर्ति राशि देने का भी आदेश दिया गया है।
1405 मीट्रिक टन डंप खाद को बेचा गया, किसानों ने की शिकायत
नए रेट की घोषणा के बाद भी 1405 मिट्रिक टन डीएपी खाद समितियों के गोदाम में डंप पड़े हुए थे। इस खाद को पुराने रेट 1800 रुपए प्रति बोरी के हिसाब से बेचने का आदेश हुआ। इसे भी बढ़े रेट में बेचा गया लेकिन ऐसे किसानों को अंतर की राशि के लिए प्रकरण बनाया गया।
बाद में किसानों के खाते में भेजना था। नए रेट 1200 रुपए की डीएपी का नया स्टॉक किया जाएगा जो इस नवीन दर से बांटा गया। किसानों को अंतर की राशि दी जाएगी।
क्लेम नहीं आया, जानकारी ली जा रही
जिन किसानों ने 1800 रुपए प्रति बोरी के हिसाब से डीएपी खाद खरीदा, उन्हें प्रति बोरी 600 रुपए के हिसाब से अंतर की राशि सरकार देगी। सरकार के आदेश के हिसाब से हमने प्रकरण बनाकर भेज दिया है। किसानों के खाते में यह पैसा रिटर्न आएगा। फिलहाल क्लेम राशि जारी नहीं हुई है