*बेरला भाजपा मण्डल अध्यक्ष बलराम पटेल का गृहग्राम सुरजपुरा एक बार फिर सुर्खियों में, स्थानीय उपसरपँच ने मनमानी में सांसद विजय बघेल द्वारा दो माह पूर्व में हुए सोलर आधारित नलजल योजना के कार्य को दोबारा लोकार्पण व भूमिपूजन कराने की कोशिश की, ग्राम पंचायत में पंचायती राज अधिनियम से छेड़छाड़ की लगातार दूसरे साल की घटना, विपक्ष ने जताई नाराजगी*
*बेमेतरा/कोदवा:-* ज़िला अंतर्गत जनपद पंचायत बेरला स्थित बेरला मण्डल अध्यक्ष बलराम पटेल के गृहग्राम पंचायत सुरजपुरा एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार मामला उपसरपंच द्वारा गाँव के विकास कार्य को दोबारा लोकार्पण एवं भूमिपूजन कार्य कराने एवं पंचायती राज अधिनियम के लगातार उल्लंघन को लेकर मचे राजनीति घमासान की वजह से है।
बताया जा रहा है कि विगत 13 नवम्बर को ग्राम पँचायत के उपसरपंच जागेश्वर पटेल की अध्यक्षता में स्थानीय विधायक आशीष छाबडा को मुख्य अतिथि बनाकर दो माह पूर्व में लोकार्पित एवं भूमिपूजन हुए कार्यों को दोबारा कराने की कोशिश हुई है। हालांकि बेमेतरा विधायक आशीष छाबडा कार्यक्रम में शामिल नही हो पाए। किन्तु उनके कार्यक्रम की तैयारियों में बनाये गए शिलालेख सोशल मीडिया में खूब वायरल भी हो रहा है, जिसके चलते स्थानीय इलाके में उपसरपंच की मनमानी एवं पंचायती राज अधिनियम के अवहेलना काफी चर्चे में है।
*दो महीने पूर्व सांसद द्वारा हुए कार्य को दोबारा कराने की उपसरपंच की असंवैधानिक कोशिश, सरपंच ने दर्ज जताया कड़ा विरोध*
गौरतलब हो कि आज से दो महीने पूर्व 29 सितम्भर 2021 को दुर्ग सांसद विजय बघेल की आतिथ्य में पूर्व विधायक अवधेश सिंह चन्देल की अध्यक्षता में बेरला भाजपा मण्डल के अध्यक्ष बलराम पटेल(सरपँच-सूरजपुरा) के गृहग्राम सुरजपूरा में विकास कार्यो का भव्य लोकार्पण एवं भूमिपूजन कार्यक्रम आयोजित हुआ था,जिसमे सोलर आधारित नल जल योजना भी शामिल थी। चूंकि अब इसी कार्यक्रम को लेकर दोबारा पुनर्भुमिपूजन किया जा रहा है,जिसको लेकर स्थानीय सरपँच एवं बेरला भाजपा मण्डल अध्यक्ष बलराम पटेल ने नाराजगी जताकर इसे अंसवैधानिक करार दिया। इस सम्बन्द्ग मे उन्होंने बताया कि मामला चूंकि पूर्व में किये कार्य को दोबारा करने का प्रयास है तो यह बहुत ही गम्भीर है,सत्तापक्ष द्वारा विपक्ष के साथ इस तरह से व्यवहार उचित नही है। ऐसे कार्यो से गांव या उपसरपंच की ही नही क्षेत्र व बड़े नेताओं की विश्वनीयता व कार्यशैली पर सवाल उठता है। जनपद व जिला के अधिकारियों को इस सम्बंध में संज्ञान में लेना चाहिए, ताकि भविष्य ऐसे हरकतों की पुनरावृत्ति न हो।
*पूर्व में भी हो चुकी है कार्यक्रम में सरपँच को उपेक्षा की घटना*
ज्ञात हो कि आज से सालभर पूर्व गाँव मे इसी तरह सूरजपूरा के स्थानीय सरपंच बलराम पटेल को बिना बताए व सूचना के पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से विधायक आशीष छाबडा का कार्यक्रम आयोजित हुआ था, जिस पर काफी हो हल्ला मचा था,क्योंकि उस दौरान विकास कार्यो कर शिलालेख में स्थानीय सरपँच, जनपद सदस्य व अन्य निर्वाचित पदाधिकारियों को भाजपा अथवा विपक्षी पार्टी के नेता मानकर उनके साथ भेदभाव व उपेक्षा कर उनके अधिकारों से छेड़छाड़ किया था। जिसमे पूर्व विधायक अवधेश सिंह चन्देल तक ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई थी।