निगम के भ्रष्ट प्रशासन के खिलाफ दया सिंह ने खोला मोर्चा: गाड़ियों के काफिले के साथ निगम पहुंचे दया सिंह और खुर्सीपार के लोग
भिलाई। भिलाई निगम के भ्रष्ट प्रशासन के खिलाफ बोल बम सेवा एवं कल्याण समिति के अध्यक्ष और प्रदेश भाजपा झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ के सदस्य दया सिंह ने मोर्चा खोल दिया है। दया सिंह के साथ सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भिलाई निगम का घेराव किया। सुपेला स्थित निगम मुख्यालय पहुंचकर अपनी समस्याओं को लेकर रखा। साथ ही जोन-4 खुर्सीपार के आयुक्त को बर्खास्त करने की मांग की। इस दौरान खुर्सीपार के लोगों ने जमकर नारेबाजी की। दया सिंह ने मुकेश रावटे एसडीएम छावनी व सुनील अग्रहरी डिप्टी कमिश्नर भिलाई नगर निगम को मांग पत्र सौंपा गया।
दया सिंह ने बताया कि, पिछले कई वर्षों से खुर्सीपार की जनता मूलभूत परेशानियों से जूझ रही है। बार-बार शिकायत करने के बावजूद समाधान नहीं हो रहा है। खुर्सीपार क्षेत्र में जो भी निर्माण कार्य हो रहे हैं, वो भ्रष्टाचार की भेंट जा रही है। विकास कार्य अटके हुए हैं। ऐसा लग रहा है मानो खुर्सीपार भिलाई का हिस्सा नहीं है। लगातार उपेक्षा ठीक नहीं है। नगर निगम भिलाई के जोन-4 में पदस्थ जोन आयुक्त जनता की समस्याओं को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। बार-बार कहने के बावजूद समस्याओं को ठंडे बस्ते में डाल रहे हैं। इसलिए क्षेत्र की जनता के साथ आज घेराव किया गया।
इन 10 समस्याओं को लेकर घेराव…प्रदर्शन के बाद भी नहीं बनी बात को सरकार तक होगी शिकायत
1. केनाल रोड निर्माण में भ्रष्टाचार। सड़कें अभी से उखड़ गई है। चलने लायक नहीं है। स्ट्रीट लाइट भी बंद है।
2. खुर्सीपार में सीवरेज लाइन बहुत बड़ा इश्यू है। सीवरेज का पानी लोगों के घरों तक आ रहा है। लोग परेशान है। इसका प्रस्ताव बनकर तैयार है लेकिन निगम को फुर्सत ही नहीं उसका समाधान कराने के लिए।
3. खुर्सीपार में पेयजल व्यवस्था ठप है। जिन इलाकों में अमृत मिशन के तहत पाइप लाइन का विस्तारीकरण किया गया है। वहां फोर्स कम आ रहा है।
4. बिजली कटौती की समस्या का समाधान मौजूदा सरकार नहीं कर पा रही है। रोजाना बिजली बंद से लोग हलाकान हैं।
5. तेल्हानाला का चैनलाइजेशन काम में देरी हो रही है। जो किया गया है, उसमें भ्रष्टाचार हुआ है।
6. खुर्सीपार में हाइवे के दोनों ड्रेनेज सिस्टम गड़बड़ है। बारिश में कमर तक पानी भर जाता है। लोग हर बारिश में पानी घर से फेंकते हैं।
7. सफाई का हाल-बेहाल है। खुर्सीपार में जगह-जगह कचरों का अंबार है। निगम का अमला यहां आता ही नहीं है।
8. हर साल डेंगू और मलेरिया के मरीज खुर्सीपार इलाके से मिलते हैं, डेंगू से काफी मौतें हुई थी 2018 में, अब तक सबक नहीं लिया। डेंगू विरोधी अभियान नहीं चलाया जा रहा है।
9. खुर्सीपार इलाके में पेवर ब्लॉक लगाने में गड़बड़ी हुई है, जो लगाए गए थे वो अब उखड़ गए हैं। इसकी जांच होनी चाहिए।
10. खुर्सीपार की अंदरूनी सड़कों में गड्ढे हैं, नाली तक नहीं बनी है, इसलिए पानी सड़कों पर आ रहा है। सड़क निर्माण कराया जाए।