आधुनिक भारत के निर्माता थे पंडित जवाहरलाल नेहरू-पूर्व मंत्री कुरैशी
भिलाई। छत्तीसगढ़ राज्य के पूर्व मंत्री बदरूदीन कुरैशी ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू की 131वीं जयंती के अवसर पर नेहरू नगर, सेक्टर-9 हॉस्पिटल, केम्प-1, पर देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू के आदमकद प्रतिमा में माल्यअर्पण कर चाचा नेहरू की जयंती मनायी गयी। कुरैशी ने बताया कि हम जिस शहर में जयंती मना रहे है और लाखों लोगों की आज जीविका चल रही है पं. जवाहर लाल नेहरू की देन है आज हिन्दुस्तान में जितने बडे-बडे कल-कारखानें, बांध, दिख रहा है भारत के पुनर्गठन के रास्तें में उभरी हर चुनौती का समझदारी पूर्वक सामना किया।
जवाहरलाल नेहरू ने आधुनिक भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा किया। उन्होंने योजना आयोग का गठन किया, विज्ञान और प्रौद्ययोगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया और तीन लगातार पंचवर्षीय योजनाओं का शुभारंभ किया। उनकी नीतियों के कारण देश में कृषि और उद्योंग का एक नया युग शुरू हुआ नेहरू जी ने भारत की विदेश नीति के विकास में एक प्रमुख भूमिका निभायी।
नेहरू जी ने पाकिस्तान के साथ एक समझौते तक पहुंचने में कश्मीर मुद्दा और चीन की तरफ मित्रता का हाथ भी बढाया लेकिन 1962 में चीन ने धोखे से आक्रमण कर दिया। नेहरू जी के लिए यह एक बडा झटका था और 27 मई 1964 को जवाहरलाल नेहरू जी को दिल का दौरा पडा जिससे उनकी मृत्यु हो गयी।
कार्यक्रम में मुकेश चंद्राकर शहर अध्यक्ष, अरूण सिसोदिया महामंत्री, सुभद्रा सिंग अध्यक्ष, समयलाल साहू, सज्जन प्रसाद दिक्षित, रमाकान्त देशलहरे, लोकेश साहू, अकरम खान, मालवी जी, सुनिता सिन्हा, रामाविश्वकर्मा, लखीनरायण सोनी, ईश्वरचंद्र, समरलाल लाडेकर, संजय लाखे, मेरिक सिंह, गायत्री देवांगन, लक्ष्मी यादव, एस टी नरायण, प्रकाश महापात्रा, नजमू निशा, जोहन सिन्हा, धर्मेंद वैष्णव, रमन मिश्रा, जोगाराव, दिदार भाई, नईम बेग, निलाम्बर, मो. हसरत, अब्दुल तहुर, जगमोहन साहू, प्रेमलाल साहू, सुभाष मेश्राम, राजेश सोनकर आदि उपस्थित थे।