धर्मांतरण के विरूद्ध 15 नवंबर से राम जन्मोत्सव समिति शुरू करेगी धर्म जागरण पखवाड़ा-मनीष पाण्डेय
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भिलाई। राम जन्मोत्सव समिति धर्मांतरण के विरूद्ध धर्म जागरण पखवाड़ा का आयोजन आगामी 15 नवंबर खुर्सीपार एवं रिसाली से शुरू करने जा रहा है। जिसका समापन 28 नवंबर को शिवनाथ नदी से खारून नदी तक बाईक रैली के साथ होगा। इस कार्यक्रम का मुख्य उददेश्य लोगों को सनातन धर्म और संस्कृति के प्रति जागरूक करना एवं धर्मांतरण के विरूद्ध एकजुट होकर आवाज उठाना मुख्य मकसद है। उक्त बाते युवा शाखा के अध्यक्ष मनीष पाण्डेय ने कही।
उन्होंने आगे कहा कि छग राज्य में तीन वर्षोँ में हजारों की संख्या में धर्मांतरण के मामले सामने आये है। कुछ समुदाय विशेष, राष्ट्रविरोधी ताकतों के साथ मिलकर षडयंत्रपूर्वक हमारी आस्था को भंग कर रहे हैं और लोगों को दिग्भ्रमित कर प्रलोभन देकर धर्मांतरण करा रहे हैं। वार्ड 38 एचएससीएल कालोनी हनुमान मंदिर से इस पखवाड़े की शुरूआत की जायेगी। आज से 36 साल पूर्व हमारी समिति का उदय हुआ।
शिवनाथ से लेकर खारून तक भारत के विभिन्न प्रांतों के लोग यहां निवास करते हैं और सभी सनातन धर्म के अनुयायी है जिसका अनुसरण हम जन्म से लेकर मृत्यु तक करते हैं। अब समय आ गया है कि धर्मांतरण के खिलाफ मिलकर आवाज उठाना है। इस पखवाड़ा के तहत आम लोगों को जागरूक करना है। मेरा बुद्धिजीवी और युवा वर्ग से अनुरोध है कि वे इस तरह के मामलों पर अपनी विशेष नजर रखे और पीडि़त लोगों को मानसिक रूप से समझाईश व सहयोग दें।
कुम्हारी से लेकर दुर्ग तक रोज होगी पदयात्रा- मनीष पाण्डेय ने आगे कहा कि 15 नवंबर एकादशी से प्रतिदिन सुबह एवं शाम अलग अलग क्षेत्रों में पदयात्रा होगी। लोगों को सनातन संस्कृति एवं हिन्दू धर्म के प्रति जागरूक किया जायेगा। कुम्हारी, चरोदा, भिलाई तीन, खुर्सीपार, छावनी, बीएसपी टाउनशिप क्षेत्र एवं दुर्ग शहर में क्षेत्रवार यह आयोजन होगा। पहले धर्मांतरण के मुद्दे बस्तर, जशपुर, सरगुजा में ही सुनने को आता था लेकिन अब बड़े ही तेजी से शहरी क्षेत्र में भी धर्मांतरण का मामला लगातार सामने आ रहा है।
यह बड़ा ही चिंतन का विषय है। राम जन्मोत्सव समिति के हम सभी पदाधिकारी अपने धर्म का जागरण करेंगे। मेरी अपील है कि हर समाज इसमे आगे आये। ध्वज यात्रा का सन 1986 में हमने एचएससीएल हनुमान मंदिन खुर्सीपार से शुरूआत किये थे।
पाण्डेय ने आगे कहा कि इस विषय का चुनाव से कोई लेना देना नही है। हमारा मकसद धर्मांतरण को रोकना व समाज को जागरूक करना प्रमुख ध्येय है। धर्मजागरण यात्रा 15 दिन चलेगी जिसमें मैं स्वयं दोनो पहर उपस्थित रहूंगा। धर्मांतरण में पहले आदिवासी, हरिजन, व कम पढे लिखे लोग इसका शिकार होते थे। उनको लोभ व लालच देकर धर्मांतरण कराया जाता था।
ऐसे लोग बैक टू होम यदि होते हैं तो समिति के सदस्यों द्वारा मंदिरों में लाकर उनका स्वागत किया जायेगा। अब अन्य समाज के लोग भी तेजी से धर्मांतरण की चपेट में आ रहे हैँ। इसका मुख्य कारण लालच है। हमने इस कार्यक्रम में बाबा बालकदास सहित अन्य संतों को भी आमंत्रित किया है कि वह लोगों को धर्म के प्रति जागरूक कर हो रहे धर्मांतरण पर रोक लगा सके। धर्मांतरण के मामले में संघ भी काम कर रहा है हमारी समिति संघ की ही उपज है। एक सवाल का जवाब देते हुए मनीष पाण्डेय ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चाहे पोप से मिले या इस्लाम के धर्मगुरू से। हर धर्मवालों से उनका मिलना उनका नैतिक जिम्मेदारी है उनको सभी को साथ लेकर चलना है।
धर्मांतरण सरकार और प्रशासन की बडी चूक है। नये डीजीपी अशोक जुनेजा से काफी उम्मीद है कि इस मामले में वे बदलाव जरूर लायेंगे। हमारे इस धर्मजागरण पखवाड़ा में ज्योति शर्मा सहित सभी का स्वागत है। पत्रकारवार्ता में प्रमुख से बुद्धन सिंह ठाकुर, रमेश माने, सेवक राम साहू, प्रवीण पाण्डेय, दीपक मिश्रा, गार्गी शंकर मिश्रा, विनोद सिंह, दिलीप केशरवानी, पियुष मिश्रा, राहुल भोसले, सहित बड़ी संख्या में राम जन्मोत्सव समिति के सदस्य उपस्थित थे।