छत्तीसगढ़

पिरदा खनिज चौकी बना अवैध वसूली का अड्डा , ट्रांसपोर्टरों से प्रति ट्रिप 300 से 500 रुपये तक अवैध वसूली

*पिरदा खनिज चौकी बना अवैध वसूली का अड्डा , ट्रांसपोर्टरों से प्रति ट्रिप 300 से 500 रुपये तक अवैध वसूली

 

राजधानी रायपुर से मात्र 11 किलोमीटर एवं छत्तीसगढ़ विधानसभा भवन से मात्र 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है ग्राम पंचायत पिरदा , जहाँ पर खनिज के अवैध परिवहन एवं दोहन को रोकने के लिए खनिज विभाग द्वारा खनिज जाँच चौकी (नाका) बनाया गया है , जहाँ कार्यरत कर्मचारी डी. के. साहू लगातार कई वर्षों से ट्रांसपोर्टरों एवं खदान से प्रति ट्रिप 300 से 500 रुपये अवैध वसूली करते आ रहा है।
नाके में पदस्थ अन्य कर्मचारियों से जानकारी प्राप्त हुआ कि डी. के. साहू जो सुपरवाइजर के पद पर कलेक्टर खनिज शाखा जिला रायपुर में अटैच है मगर प्रशासन के नियमो का धज्जियाँ उड़ाते हुए उनके द्वारा लगातार कई वर्षों से पिरदा नाका में ही डेरा डाले हुए है।
जिसका लिखित शिकायत बीते दिनों *क्षेत्र के युवा नेता एवं पूर्व उपसरपंच सूरज टंडन* ने रायपुर कलेक्टर , मुख्य सचिव खनिज साधन विभाग महानदी भवन नवा रायपुर तथा संचालक भौमिकी तथा खनिकर्म विभाग इंदिरावती भवन नवा रायपुर से करते हुए डी. के . साहू को पिरदा नाका से हटाने एवं जाँच कर उचित कार्यवाही करने की मांग किया है।
शिकायत पत्र में सूरज टंडन ने लिखा है कि खनिज नाका पिरदा में कार्यरत कर्मचारी डी. के. साहू द्वारा शासन प्रशासन के नियमो को टांक पर रखते हुए पिछले कई वर्षों से ट्रांसपोर्टरों से लगातार प्रति ट्रिप मुरुम – रेती 300 रुपये तथा गिट्टी का 500 रुपये अवैध वसूली किया जा रहा है , शासन द्वारा 24 घण्टा नाका को खोलने का आदेश दिया गया है किंतु उनके द्वारा रात्रि में नाका बन्द करके भी अवैध वसूली किया जाता है।
उनके द्वारा मंत्री , विधायक या उच्च अधिकारी के निजी निर्माण कार्यो में ट्रांसपोर्टरों को निःशुल्क मटेरियल सप्लाई की बात कहकर मटेरियल को कही भी बेच दिया जाता है।
चौकी के अन्य कर्मचारियों से ज्ञात हुआ है कि डी. के. साहू जो जिला खनिज विभाग रायपुर में सुपरवायजर के पद पर रायपुर कार्यालय में अटैच है , किन्तु उनके द्वारा कार्यालय में ड्यूटी न करते हुए निरन्तर कई वर्षों से पिरदा नाका में ही ड्यूटी करता है तथा खुद को माइनिंग इंस्पेक्टर बताते हुए खदान ठेकेदारों एवं ट्रांसपोर्टरों से यह कहकर वसूली करता है कि वह तो उच्च अधिकारी मंत्री विधायको का बेगारी कर रहा है उनको हर महीना हिस्सा देना पड़ता है। डी. के. साहू द्वारा प्रतिदिन लगभग 40 से 50 हजार रुपये से अधिक अवैध वसूली कर लेता है।
डी. के. साहू जो कभी कभी अपने आपको विभग द्वारा नियुक्त उड़न दस्ते का अधिकारी भी बताता है तथा रायपुर जिला के अनेक खदान ठेकेदारों से महीने के हिसाब आए हिस्सा देने नहीं तो कार्यवाही कर दूँगा कहकर दबाव बनाते हुए लाखो रुपये अवैध वसूली कर लेता है।
डी. के साहू द्वारा ट्रांसपोर्टरों को यह सलाह दिया जाता है कि 1 रॉयल्टी पर्ची से 4 से 5 ट्रिप मारो कोई दिक्कत नहीं बस मेरा हिस्सा देते रहो।
माननीय महोदय जी चूंकि खनिज चौकी (नाका) खनिज के अवैध परिवहन एवं दोहन को रोकने के लिए बनाया जाता है किंतु पिरदा खनिज चौकी डी. के. साहू जी के अवैध वसूली का अड्डा मात्र बनकर रह गया है , उनके हरकतों से खदान ठेकेदारो , ट्रांसपोर्टरों एवं ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। यदि किसी ठेकेदार या ट्रांसपोर्टर उनका शिकायत उच्च अधिकारी से करने की बात कहता है तो साहू जी द्वारा उसके काम को प्रभावित कर देने , काम बंद करा देने की धमकी दिया जाता है तथा तुमको जहाँ शिकायत करने जाना है जाओ मेरा कोई भी अधिकारी , मंत्री , विधायक क्या मुख्यमंत्री भी कुछ नहीं कर सकता कहकर डराया जाता है।
महोदय से विषय की जांच कराने एवं डी. के. साहू को पिरदा नाका से हटाने व उनके ऊपर उचित कार्यवाही करने की मांग करता हूँ।

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