शहीद इंदिरा गांधी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थी,आजादी के लिए 243 दिन रही जेल में-कुरैशी

भिलाई। छत्तीसगढ़ राज्य के पूर्व मंत्री बदरूदीन कुरैशी ने शहीद इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि एवं सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर पावरहाउस ओवर ब्रिज के नीचे स्थापित इंदिरा की प्रतिमा में माल्यअर्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की और इनके बताए मार्गो पर चलने का संकल्प लिया।
कुरैशी ने अपने उदबोधन में बताया कि इंदिरा गांधी जी देश की आजादी में अंग्रेजों ने सन् 1942 में बिना कारण 243 दिन जेल में रखा 13 मई 1943 को जेल से रिहा किया।
इंदिरा जी नेहरू जी के मृत्यु के पश्चात 1964 में राज्यसभा सदस्य बनी और देश के दूसरे प्रधानमंत्री लालबहादूर शास्त्री जी के मंत्रीमंण्डल में सूचना एवं प्रसारण मंत्री बनी। लालबहादूर शास्त्री के अकासमिक निधन के बाद तत्कालिन कांग्रेस के अध्यक्ष के. कामराज ने इंदिरा गांधी को प्रधानमंत्री घोषित किया।
देश के आर्थिक स्थिति को देखते हुए सन् 1969 में बैंको का राष्ट्रीयकरण किया। राजा महराजाओं का प्रिवीपर्श खत्म किया सन् 1971 में भारत पाक युद्ध हुआ भारत के सैनिकों के सहयोग से बंगला देश बना।
इस प्रकार देश की आर्थिक आजादी के लिए इंदिरा गांधी अंतिम दम तक देश की एकता और अखण्डता के लिए अपनी कुर्बानी दी। देश में आर्थिक आजादी के लिए जितनी भी योजनाएं चल रही है तमाम योजनाएं इंदिरा गांधी जी की देन है। कार्यक्रम में पूर्व अध्यक्ष तुलसी साहू, विश्वास गोस्वामी, विश्वनाथ चैधरी, राधरमण चैबे, अरूण सिंह, हेमंत राव, अपाले, राजेश सोनकर, ख्वाला अहमद, इमरान खान, नरेश सागरवंशी, ओमप्रकाश कौशल, यशवंत रामटेके, रमेश, सी आर धींवर, ए दाम्यंती आदि उपस्थित रहे।