इंटर्नशिप के छात्र-छात्राओं ने बनाया दुग्ध एवं मांस उत्पाद
दुर्ग। दाऊ वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय, अंजोरा, दुर्ग, पशुपालन महाविद्यालय के इंटर्नशिप के छात्र-छात्राओं ने उद्यमिता प्रशिक्षण के अन्तर्गत पशु उत्पाद प्रौद्योगिकी विभाग में दुग्ध एवं मांस उत्पाद बनाकर महाविद्यालय परिसर में विक्रय कर लाभ प्राप्त किया यह उद्यमिता प्रशिक्षण (लर्न टू अर्न कन्सेप्ट) दो महिने के लिए पशु उत्पाद प्रौद्योगिकी विभाग में संचालित रहेगा। यह प्रशिक्षण वीसीआई(एमएसवीई-2016) के नवीन कोर्स के अन्तर्गत इस साल से सभी इंटर्नशिप के छात्र-छात्राओं को करना आवश्यक है।
कुलपति डॉ. एन. पी. दक्षिणकर ने इस प्रशिक्षण की प्रशंसा की तथा उद्यमिता कौशल के द्वारा ज्ञान को बढ़ावा देने की बात कही।
निदेशक अनुसंधान सेवायें डॉ. ओ. पी. मिश्रा ने कहा कि आर.के.वी.वाई. रफ्तार प्रोजेक्ट में आये हुए उपकरण का सही उपयोग हो रहा है तथा इस इंटर्नशिप टेऊनिंग से यू.जी. स्टेूडेटों का भविष्य उज्जवल रहेगा। महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. एस. के. तिवारी ने भी इस प्रशिक्षण की प्रशंसा की और आगे भी इस उद्यमिता प्रशिक्षण को संचालित रखने की बात कही। कुलसचिव डॉ.आर.के.सोनवाने, डॉ.नितिन गाड़े, डॉ.जसमीत सिंह ने भी इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया।
इस उद्यमिता प्रशिक्षण को पशु उत्पाद प्रौद्योगिकी विभाग के सहायक प्राध्यपक एवं कार्य प्रभारी डॉ. सुभाष कुमार वर्मा के मार्गदर्शन में की जा रही है। इस प्रशिक्षण के दौरान छात्रों ने खोवा, पनीर, चिकन फ्राई और चिकन समोसा बना कर बेचा एवं लाभ भी अर्जित किया।