छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

सेल-बीएसपी के आदर्श इस्पात ग्रामों से 25 युवाओं का सीपेट, भुवनेश्वर के लिये चयन

सीईओ श्री अनिर्बान दासगुप्ता ने शुभकामनाओं के साथ विदा किया

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भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के आदर्श इस्पात ग्रामों से 25 विद्यार्थियों का चयन सेन्ट्रल इन्स्टीट्यूट ऑॅफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलोजी (सीपेट) द्वारा किया गया है। जो भारत सरकार के रसायन और उर्वरक मंत्रालय के रसायन और पेट्रोकेमिकल्स विभाग के अन्तर्गत सेन्टर फॉर स्किलिंग एंड टेक्नीकल सपोर्ट (सीएसटीएस) का एक विंग है। यह भुवनेश्वर में सीआईपीईटी-सीएसटीएस इकाई में मशीन ऑपरेटर टूल रूम (एमओ-टीआर) हेतु छ: महीने का आवासीय तकनीकी कौशल विकास कार्यक्रम का संचालन करता है। 12 जुलाई को सेल-बीएसपी एवं सीआईपीईटी के मध्य एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए, जिसके अन्तर्गत सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र समग्र प्रशिक्षण कार्यक्रम को प्रायोजित कर रहा है। सामाजिक-आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के युवाओं की आजीविका उपलब्ध कराने के उद्देश्य से निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व योजना के तहत भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा 25 चयनित छात्रों के आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए लगभग 22 लाख रुपये खर्च किये जायेंगे। सीपेट के प्लेसमेंट ट्रैक रिकॉर्ड के अनुसार, कार्यक्रम के पूरा होने के बाद, उम्मीदवारों को देश भर में प्लास्टिक और सम्बद्ध उद्योगों में प्लेसमेंट दिया जाता है।

इसी कड़ी में मंगलवार 23 जुलाई को भिलाई इस्पात संयंत्र के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अनिर्बान दासगुप्ता ने संयंत्र के कार्यपालक निदेशक कार्मिक एवं प्रशासन के के सिंह और उप महाप्रबंधक सीएसआर श्रीमती अताशी प्रामाणिक की उपस्थिति में चयनित युवकों से अक्षयपात्र परिसर में मुलाकात की। इस अवसर पर सीईओ अनिर्बान दासगुप्ता ने युवाओं के साथ मध्यान्ह भोजन में चर्चा करते हुए पूरी चयन प्रक्रिया की जानकारी लेने के बाद सभी युवाओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि आप अपना और अपने गाँव दोनों का भला करें। यही मेरी कामना है। श्री दासगुप्ता ने युवाओं से कहा कि घर से बाहर निकलकर काम करने से व्यक्ति की अपनी ग्रोथ बढ़ती है। जितना दुनिया देखोगे उतना ही अनुभव मिलेगा और आप उन्नति करेंगे। आप अपने साथ अपने परिवार और गांव के लोगों का भी भला कर पायेंगे।

इस दौरान सीपेट के समन्वयक विश्वजीत बेहरा से चर्चा करने का अवसर प्राप्त हुआ। श्री बेहरा ने बताया कि यह पायलेट परियोजना के रूप में पहला बैच है। सीपेट ने भिलाई इस्पात संयंत्र के सहयोग से इसे शुरु किया और मात्र 20 दिन में पूरी प्रक्रिया पूर्ण करते हुए हम आगामी 26 जुलाई से इन युवाओं को प्रशिक्षण देना प्रारंभ कर देंगे। संयंत्र के आदर्श इस्पात ग्रामों से चयनित इन युवकों के चयन पर चर्चा करते हुए बताया कि इतने कम समय में जो सहयोग और समर्थन भिलाई इस्पात संयंत्र से मिला है वह हमें और कहीं देखने को नहीं मिला है। आशा है कि यह बैच अपने प्रशिक्षण को बेहतर तरीके से पूर्ण करेगा और हम शत-प्रतिशत रोजगार के लिए इनका प्लेसमेंट करा पायेंगे। श्री बेहरा ने आदर्श इस्पात ग्रामों और संयंत्र के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि भिलाई ने वास्तव में बहुत बेहतर काम किया है।

चयनित युवाओं में ग्राम पहंडोर के संदीप कुमार मढ़रिया ने बताया कि वह कक्षा-12वीं तक अपने गाँव के ही सरकारी स्कूल से शिक्षा प्राप्त कर चुका है। रोजगार की तलाश थी। इस बीच भिलाई इस्पात संयंत्र के सीएसआर विभाग के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई और सीपेट की चयन प्रक्रिया में शामिल हुए। इसमें मेरा भी चयन हो गया है। अब प्रशिक्षण के बाद मुझे अच्छा रोजगार मिल जायेगा, ऐसी उम्मीद के साथ मैं भुवनेश्वर जा रहा हूँ।

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