छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

कामधेनु विश्वविद्यालय के पशुचिकित्सा महाविद्यालय अंजोरा में सात दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण

दुर्ग 07 अक्टूबर 2021/ दाऊ वासुदेव चन्द्रकार कामधेनु विश्वविद्यालय, दुर्ग में कुलपति डॉ. एन.पी.दक्षिणकर के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में पशुचिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय अंजोरा के वेटनरी एनाटॉमी विभाग द्वारा श्एप्लीकेशन ऑफ एनाटॉमी फार क्लीनिकल प्रैक्टिस एण्ड फॉरेंसिकश्  विषय पर 07 दिवसीय राष्ट्रीय ऑनलाइन प्रशिक्षण का आयोजन दिनांक 05 अक्टूबर से 12 अक्टूबर 2021 तक किया जा रहा है। कुलपति डॉ. एन.पी. दक्षिणकर ने ऑनलाइन प्रशिक्षण के आयोजको को बधाई देते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि यह प्रशिक्षण पशुचिकित्सकों एवं पशु वैज्ञानिकों के लिए उपयोगी है एवं इस महत्वपूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम से देशभर के वैज्ञानिक, पशुचिकित्सक, शिक्षाविद् लाभान्वित हांेगे।

कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं निदेशक शिक्षण डॉ.एस.पी.इंगोले ने बताया कि शरीर रचना की जानकारी पशुशरीर क्रिया विज्ञान एवं अन्य विषयों के लिए महत्वपूर्ण है। महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ.एस.के. तिवारी ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पशुचिकित्सा के क्षेत्र में मानव एवं पशु स्वास्थ्य में पशुशरीर रचना विज्ञान का एक महत्वपूर्ण स्थान है।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रथम दिवस में डॉ. मुनमुन शर्मा ने “रोल ऑफ फॉरेसिंक इन वाइल्डलाइफ क्राइम कन्ट्रोल“ पर अपने व्यख्यान में कहा कि भारत जैवविविधताओं से भरा हुआ देश है इनकी हत्या शिकारियों द्वारा अपने लाभ के लिए किया जाता है इसे विभिन्न विधियों द्वारा पहचाना जा सकता है। बालों की आकारिकी सभी प्रजातियों में अलग होती है इसके आकारिकी का अध्ययन किफायती दरों में करके विभिन्न मृत प्राणियों की पहचान की जा सकती है। डॉ. मुनमुन शर्मा को डॉ. मोहन भट्टाचार्य सिल्वर जूबली मेडल एण्ड अवार्ड, डॉ. सी. विजयाराघवन मेमोरियल सिल्वर जूबली आवर्ड एण्ड मेडल, लाइफटाइम अचिवमेंट अवार्ड ऑन वाइल्ड हेल्थ, राम सिंग मेमोरियल नेशनल एनीमल वेल्फेयर अवार्ड 2020 तथा इंस्पायरिंग लेडी वेटनेरियन अवार्ड 2021 से सम्मानित किया जा चुका है। इनके अलावा डॉ. शोभा जावरे, डॉ. पायल जैन, डॉ. राखी वैस, डॉ. धीरेन्द्र भोंसले, डॉ. रूपाली चरजन, डॉ.देवेन्द्र पाठक, डॉ. पंकज थानवी, डॉ. इन्दु वी.राज, डॉ. अजित कुमार सांतरा, डॉ. अजीत कुमार इस 07 दिवसीय राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में अपना व्याख्यान प्रस्तुत करेंगे। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में कुलसचिव डॉ.आर.के.सोनवाने, निदेशक अनुसंधान सेवाऐं डॉ.ओ.पी.मिश्रा, अधिष्ठाता दुग्ध प्रौघोगिकी महाविद्यालय रायपुर डॉ.ए.के.त्रिपाठी, अधिष्ठाता छात्रकल्याण डॉ.सुधीर उपरीत, प्रभारी पॉलीटेक्नीक डॉ.एस.डी.हिरपुरकर, अधिष्ठाता मात्स्यिकी महाविद्यालय कवर्धा डॉ.जी.के.दत्ता एवं अन्य प्राध्यापकगण ऑनलाइन मोड में उपस्थित थे।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की आयोजन सचिव डॉ.दुर्गा चौरसिया तथा सह आयोजन सचिव डॉ.दिलीप चौधरी, डॉ.श्रद्वा नेटी, डॉ.ओ.पी.दीनानी, डॉ.सविता बिसेन, डॉ. शब्बीर कुमार अनंत, डॉ.शिवेश देशमुख, अब्दुल मन्नान, संकल्प बहादुर सिंह है।
इस प्रशिक्षण में देश के विभिन्न स्थानों से लगभग 205 प्रतिभागियों ने अपना पंजीकरण कराया है। कार्यक्रम की शुरूआत में स्वागत भाषण डॉ. सविता बिसेन एवं समापन डॉ. श्रद्वा नेटी द्वारा धन्यवाद ज्ञापित कर किया गया।

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