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लेह के वैली ब्रिज में लगा भिलाई सहित सेल के अन्य उपक्रमों का किल्ड स्टील

भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र ने लेह में दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में सेना की आवागमन की सुविधा के लिए बैली ब्रिज (पुलों) के निर्माण में सेना और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) द्वारा उपयोग के लिए दिसम्बर, 2018 के महीने में विशेष गे्रड के संरचनात्मक स्टील चैनलों की दो खेप का पे्रषण किया है। विशेष गे्रड इस्पात-जिसे आईएस 2062 ई 410 गे्रड सी (किल्ड) स्टील कहा जाता है, को कोलकाता और बोकारो स्टॉकयार्ड के लिए डिस्पैच किया गया। इसके अन्तर्गत गत 09 दिसम्बर को इस गे्रड में 100 बाई 50 चैनल के लगभग 2200 टन जबकि 20 दिसम्बर, 2018 को 75 बाई 40 चैनल के 1020 टन का डिस्पैच किया गया।

मई और सितम्बर, 2018 की शुरुआत में 100 बाई 50 चैनल के दो से अधिक खेप का पे्रषण किया गया, जिसका कुल टनेज लगभग 900 टन था। जबकि मार्च, 2018 के प्रारंभ में 75 ग् 40 चैनल के लगभग 600 टन का डिस्पैच किया गया।

उल्लेखनीय हो कि स्टील मेल्टिंग शॉप-1 रूट के माध्यम से इस विशेष गे्रड स्टील का उत्पादन किया गया और संयंत्र के मर्चेन्ट मिल में इसकी रोलिंग की गई, इस प्रक्रिया के साथ सब-जीरो तापमान पर प्रभावी परीक्षण की आवश्यकता होती है (- 20 डिग्री सेल्सियस) जो सब-जीरो जलवायु परिस्थितियों में विशेष रूप से उपयोगी साबित होगा। यह पे्रषण लेह के पहाड़ी इलाकों में जमीनी अनुप्रयोगों के लिए कोलकाता और बोकारो स्टॉकयार्ड को स्थानांतरित करेगी, जिससे हमारे सशस्त्र बलों को विपरीत जलवायु परिस्थितियों के बीच एक मजबूत पैर जमाने में मदद मिलेगी।

स्मरणीय है कि सितम्बर, 2016 में भिलाई इस्पात संयंत्र के मर्चेन्ट मिल से 100 ग् 50  डायमेंशन में इस विशेष गे्रड स्टील चैनल्स के लगभग 410 टन के प्रथम खेप का औपचारिक फ्लैग ऑफ किया गया था। बाद में उसी वर्ष नवम्बर, 2016 में 454 टन के एक अन्य खेप को डिस्पैच किया गया और क्रमश: अगले वर्ष जुलाई, 2017 में 500 टन के एक और खेप का भेजा गया।  इसी तरह जनवरी, 2017 में 75 बाई 40 चैनल के लगभग 210 टन और मई, 2017 में 190 टन के एक अन्य खेप का डिस्पैच किया गया।  इस ग्रेड में 100 बाई 50 चैनल के कुल टनेज का अब तक लगभग 4500 टन डिस्पैच, जबकि 75 बाई 40 चैनल के कुल टनेज का अब तक का लगभग 2020 टन का डिस्पैच हुआ है।

बैली पुलों के निर्माण हेतु सीमा पर तैनात हमारे सशस्त्र बलों द्वारा उपयोग के लिए इस विशेष ग्रेड स्ट्रक्चरल्स के पे्रषण के जरिये सेल-बीएसपी अपने रक्षा उत्पादों की पोर्टफोलियो में इजाफा किया है। संयंत्र पहले से ही भारतीय नौसेना के लिए विशेष रूप से सख्त युद्धपोत गे्रड स्टील प्लेटों की आपूर्ति को सुनिश्चित करता आ रहा है। विदित हो कि भिलाई के प्लेट मिल में रोलिंग की गई डीएमआर 249, एक गे्रड प्लेट का उपयोग भारत के प्रथम स्वदेशी निर्मित विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत के निर्माण में किया गया है। देश के विभिन्न शिपयार्डों में भारतीय नौसेना के लिए स्वदेशी रूप से निर्मित किये जा रहे अन्य युद्धपोतों के निर्माण में विशेष स्टील प्लेटों का भी उपयोग किया जा रहा है। बीएसपी ने सेना द्वारा सीमा पर बाड़ लगाने के लिए उपयोग किए जा रहे स्ट्रक्चरल स्टील की आपूर्ति को भी सुनिश्चित किया है।

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