यात्रियों की संख्या लगतार बढ रही पर रेलवे ने जेड डे में कम कर दिया सीधे 6 डब्बा

महिला यात्रियों सहित सभी को सवार होने के बाद इसमे करना पड़ रहा है धक्का मुक्की
डब्बा बढाने भूतपूर्व सैनिक गुरमीत सिंह मिले राजनांदगांव के सांसद से
भिलाई। झारसुगड़ा से गोंदिया तक चलने वाली पैसेंजर ट्रेन के डब्बे दिन प्रतिदिन रेलवे प्रशासन कम करते जा रहा है, जिसका सीधा असर यात्रियों के आवागमन पर पड़ रहा है, चूंकि लोकर यात्रियों के लिए लंबी दूरी की यह ट्रेन जहां एक ओर मिल का पत्थर साबित होती है, वहीं जनप्रतिनिधि खासतौर से क्षेत्र के सांसद की रेल मंत्रालय मे अधिक दखल होने से एक ओर इन यात्रियों को जहां बेहतर लाभ मिल सकता है, और इस पैसेंजर के कम हुए डब्बे बढाये जा सकते हैं, लेकिन छग के राजनांदगांव से लेकर को छत्तीसगढ के रायगढ एवं झारसुगडा के सांसद का ध्यान आखिरकार इस ओर क्यों नही जा रहा है? कि कम खर्च में स्थानीय व्यापारियों एवं यात्रियों के लिए यह गाडी अपने गंतत्य तक पहुंचने के लिए सबसे उपयुक्त ट्रेन है लेकिन अब इस गाडी में डब्बों की संख्या मात्र 6 की हो गई है, जबकि पूर्व में इस ट्रेन में 12 डब्बा हुआ करता था। आबादी के देखते हुए डब्बे इसके और बढने चाहिए लेकिन दिन प्रतिदिन इसका डब्बा कम ही होते जा रहा है जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जब सुबह यह ट्रेन गोंदिया से निकलती है तो राजनांदगांव से दुर्ग आते आते इसमें पांव रखने की भी जगह नही मिलती। लोगों को बसों के समान इसमें भी धक्का मुक्की वाली स्थिति निर्मित होने लगी है, सबसे अधिक परेशानी तो महिला यात्रियों को होती है। जिनको पुरूषों से धक्का मुक्की का शिकार होना पड़ता है। आज इसके लेकर भूतपूर्व सैनिक गुरमीत सिंह भाटिया ने सांसद राजनांदगांव लोकसभा संतोष पाण्डेय को भी एक पत्र सौंपा है जिसमें उन्होंने कहा कि इस ट्रेन में पूर्व की तरह 12 डब्बा लगाया जाये। सांसद श्री पाण्डेय ने रेलवे द्वारा इसमें 6 डब्बा कम कर दिये जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए आश्वास्त किया है कि वे इस संबंध में रेलमंत्री से चर्चा करेंगे, और इसको पूर्व की तरह 12 डब्बा के साथ इस गाड़ी को चलाने और यहां की यात्रियों को लाभ दिलाने के लिए रेलमंत्रालय से पत्राचार करेंगे।