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नेटबंदी से पहले बाहर आ गया था पेपर, फिर यूं चला नकल का सिलसिला, चौंकाने वाला खुलासा The paper came out before netbandi, then the process of copying went on like this, shocking disclosure

जयपुर. राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (Rajasthan Eligibility Examination for Teacher) में हुई गड़बड़ियों और नकल कराने के प्रयासों के मामलों की चल रही जांच में नित नये खुलासे हो रहे हैं. रीट परीक्षा (REET Exam) की पहली पारी का पेपर इस पूरे घटनाक्रम के मास्टर माइंड माने जा रहे बत्तीलाल उर्फ विकास मीणा ने नेटबंदी से पहले ही कबाड़ (REET Paper Leak) लिया था. उसके बाद उसने इस पेपर को आशीष नाम के युवक को भेजा. उसने पेपर हल करवाकर कर अपनी बहनों को नकल करवाई. जांच में खुलासा हुआ है कि यह पेपर एक पुलिसकर्मी के सरकारी आवास और कार में अलग-अलग जगह सॉल्व किया गया था.बत्तीलाल मीना ने यह पेपर नेटबंदी से पहले ही आशीष को भेज दिया था. लेकिन बाद में मोबाइल इंटरनेट बंद हो जाने के कारण आशीष उसे आगे नहीं भेज सका. लिहाजा उसने फोन करके सवाई माधोपुर की गंगापुर सिटी में पुलिस कांस्टेबल देवेन्द्र को एक जगह बुलाया और उसे पेपर होने की जानकारी दी. उसके बाद देवेन्द्र ने आशीष के मोबाइल से अपने मोबाइल में पेपर की फोटो लेकर हेड कांस्टेबल यदुवीर को बताया.यूं आगे बढ़ता गया पेपर
जांच में सामने आया कि उसके बाद देवेन्द्र ने अपने परिचित एक अन्य हेड कांस्टेबल पुष्पेन्द्र के सरकारी आवास पर जाकर अपनी पत्नी को आंसर बताये. वहीं आशीष ने एक गाड़ी में बैठकर अपनी दो बहनों को नकल करवायी. एसओजी अभी जांच कर रही है कि यह पेपर कहां-कहां तक पहुंचा. कांस्टेबल देवेन्द्र और हेड कांस्टेबल यदुवीर को निलंबित किया जा चुका है.अब तक 20 लोगों को सस्पेंड किया जा चुका है
उल्लेखनीय है कि रीट परीक्षा में गड़बड़ी करने और कराने वालों के खिलाफ गहलोत सरकार सख्त एक्शन उठा रही है. इस कड़ी में अब एक आरएएस और दो आरपीएस अधिकारी, तीन पुलिसकर्मी और एक शिक्षा अधिकारी समेत 20 लोगों को सस्पेंड किया जा चुका है. प्रदेशभर में पुलिस और एसओजी नकल करते और कराते पकड़े गये आरोपियों से लगातार पूछताछ में जुटी है. पुलिस नकल कराने वाले गिरोहों के तार जोड़ने में लगी है. इसके चलते अलग-अलग जिलों में पकड़े गये आरोपियों से पूछताछ में कई सनसनीखेज जानकारियां सामने आ रही हैं.

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