छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

कोविड मरीजों एवं उनके परिजनों को मनोवैज्ञानिक सहयोग की जरूरत

दुर्ग। कोविड मरीजों एवं उनके परिजनों को मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान करना काफी महत्वपूर्ण है। इसको लेकर इंडियन कांउसिल फॉर मेडिकल रिसर्च;आईसीएमआरद्ध ने गाइडलाइन जारी कर आवश्यक जानकारी दी है। जिसमें विशेष रूप से कोविड मरीजों के इलाज के दौरान मरीजों एवं उनके परिजनों को चिकित्सकों द्वारा मनोवैज्ञानिक सहयोग प्रदान करने की बात कही गयी है। आइसीएमआर ने मैनुएल फॉर हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स इन प्रोवाइडिंग साइकोलॉजिकल सपोर्ट टू फैमिली मेंमबर्स इन बीरेवमेंट इन द टाइम ऑज कोविड 19 नाम से गाइडलाइन जारी की है। गाइडलाइन में कहा गया है कि स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े कर्मियों के लिए यह आवश्यक है कि वह कोविड मरीजों के ईलाज करने के दौरान अधिक संवेदनशील रहें। खासकर उस समय यह और अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है जब कोविड.19 संक्रमण से किसी परिवार के सदस्य की मृत्यु हो गयी हो। ऐसी परिस्थिति में मनोवैज्ञानिक तरीके से रोगी के

परिजनों का सहयोग करना आवश्यक हो जाता है।
गाइडलाइन के अनुसार कोविड.19 से होने वाली मृत्यु के बारे में परिवार के सदस्यों को जानकारी देने से पहले सतर्कता बरतने की जरूरत होती है। ऐसे में मृत व्यक्ति के परिजनों को अधिक मनोवैज्ञानिक सहायता की जरूरत होती है। गाइडलाइन में सबसे पहले रोगी के दुख महसूस करने की क्षमता का होना आवश्यक माना गया है।दूसरी आवश्यक बात रोगी के बारे में इमानदार होने की कही गयी है। मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान करने वाले हेल्थ केयर वर्कर्स के लिए आवश्यक है कि वह अपनी भावनाओं को ईमानदारी पूर्वक रोगी के परिजनों के सामने लायें।

चिकित्सकों का शारीरिक हाव.भाव डालता है प्रभाव
गाइडलाइन में हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स द्वारा अपनाये जाने वाले शारीरिक हाव.भाव के बारे में भी चर्चा की गयी है। कई बार चिकित्सकों के हावभाव के कारण रोगी अथवा परिजनों तक गलत सूचनाएं चली जाती हैं। इसलिए इसके बारे में उन्हें सजग किया गया है। गाइडलाइन में कहा गया है कि इलाज के दौरान चिकित्सकों द्वारा उनके परिजनों से बातचीत करने का अंदाज भी महत्वपूर्ण हो सकता है। आंखों का दूसरी तरफ होना या नजर मिला कर बात नहीं करने का अर्थ रोगी की समस्याओं के संबंध में रूचि नहीं रखने का संकेत देता है। साथ ही यह गंभीर नहीं होने तथा नजरअंदाज करने के बारे में भी बताता है। इसलिए परामर्श देते समय चिकित्सकों द्वारा नजर मिला कर बात करना आवश्यक है। साथ ही भौहों के विभिन्न प्रकार के संकेतों की जानकारी दी गयी है। भौंहों को उचकाना जैसे हावभाव डरा होने का संकेत देते हैं। हावभाव में हाथों के मूवमेंट को शामिल किया गया है। इसमें हाथों को जोड़ कर रखने का संकेत सपोर्ट और

Related Articles

Back to top button