छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

रिसाली निगम आयुक्त आशीष देवांगन ने देखा अमृत मिशन के कार्य का प्रगति: Risali Corporation Commissioner Ashish Devangan saw the progress of work of Amrit Mission

भिलाई। नवगठित रिसाली निगम क्षेत्र में नागरिकों को पेयजल उपलब्ध कराने लगातार कवायद की जा रही है। अमृत मिशन के तहत अंतिम छोर पर रहने वाले घरों तक पेयजल पहुंचाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। कलेक्टर व निगम प्रशासक डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे के निर्देश पर आयुक्त आशीष देवांगन घनी आबादी वाले क्षेत्र पहुंचे। अमृत मिशन के कार्यों का निरीक्षण किया।

आयुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे प्रत्येक घरों में जांच करे कि नल कनेक्शन में मीटर लगाया गया है कि नहीं। साथ ही यह भी देखे कि टोटी लगा हुआ है कि नहीं। दरअसल निरीक्षण के दौरान टंकी मरोदा और मौहारी मरोदा के घरों में टोटी गायब था। पूछताछ में खुलासा हुआ कि नागरिकों ने बिना टोटी के पाइप से ज्यादा पानी आने की बात कहते हुए टोटी निकाल दी। आयुक्त ने इसे गंभीरता से लिया। साथ ही निर्देश दिए कि जिस घर में नल की टोटी नहीं वहां पानी न दिया जाए। निरीक्षण के दौरान नोडल अधिकारी रमाकांत साहू, कार्यपालन अभियंता सुशील बाबर, सहायक अभियंता आर.के.जैन, उप अभियंता डिगेश्वरी चंद्राकर व गोपाल सिन्हा मौजूद थे।

टोटी लगाने होगी मुनादी
आयुक्त ने कहा कि कई घरों में पानी स्टोर कर रखने की व्यवस्था नहीं थी। जरूरत के हिसाब से पानी लेने के बाद पानी व्यर्थ बहते रहता है। टोटी लगा होने से पानी का अपव्यय नहीं होगा। पानी भी अंतिम छोर तक पहुंचेगा। निगम प्रशासन पाइप लाइन कनेक्शन में टोटी अनिवार्य रूप से लगाने मुनादी कराएगा।

मरम्मत कार्य करने दी मोहलत
निरीक्षण  के दौरान स्टेशन मरोदा क्षेत्र में कई स्थानों पर लिकेज पाया गया। लिकेज की वजह से गंदा पानी घरों तक पहुंचने की आशंका बढ़ गई है। आयुक्त ने अमृत मिशन के तहत पाइप लाइन बिछाने का कार्य करने वाली एजेंसी को निर्देश दिए है कि क्षेत्र के लिकेज को एक सप्ताह के भीतर हर हाल में ठीक करे। साथ ही मीटर अनिवार्य रूप से लगाए। ऐसे घरों तक एजेंसी के कर्मचारी शीघ्र पहुंचे जहां मीटर को लगाने के बजाए मकान मालिक के हवाले कर दिया है।

बारह हजार से ज्यादा नल कनेक्शन
पूर्व में निगम क्षेत्र में केवल 1 ओवर हेड टैंक था। जिससे पेयजल आपूर्ती की जाती है। वर्तमान में रिसाली निगम के पास 8 ओवर हेड टैंक है जिसके माध्यम से 12500 घरों तक पेयजल पहुंचाया जा रहा है।

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