छत्तीसगढ़

अपनी कीमत को कम ना समझे

एक बार एक प्रसिद्ध वक्ता किसी शहर में आये हुए थे, और सैंकड़ो लोग उस वक्ता को सुनने आये थे, वक्ता अपने दर्शकों के सामने एक 20 डॉलर मूल्य का नोट अपने हाथ में लिए हुए थे। उसने उस 20 डॉलर के नोट को सभी को दिखाते हुए सभी से पूछा- “कौन कौन इस नोट को पाना चाहता है?”
लगभग सभी ने हाँ में जवाब दिया। उस वक्ता ने कहा मैं आप मे से एक को यह नोट दूँगा, ऐसा कह कर उसने उस नोट को मरोड़ दिया।

उसने पूछा- “अब कौन इसे अभी भी पाना चाहेगा?” अभी भी लगभग सभी हाथ खड़े थे। उसने फिर उस नोट को लेकर अपने जूतों से अच्छे से रगड़ दिया और फिर और मरोड़ भी दिया।

उसने उस नोट को उठाया और दोवारा उसको भीड़ के समक्ष दिखा कर दोबारा पूछा- “अब कौन कौन इसे अभी भी चाहता है”, क्योंकि अब की बार यह गन्दा और मरोड़ा हुआ था। अभी भी लगभग सभी ने अपने हाथ खड़े किये।

यह देख कर वक्ता ने भीड़ को सम्बोद्धित करते हुए कहा की मैंने इस नोट के साथ जाने क्या क्या किया लेकिन फिर भी आप सब इसे पाना चाहते हो, क्योंकि लाख मरोड़ने पर भी इसके मूल्य में परिवर्तन नही आया, अभी भी इसकी कीमत 20 डॉलर की है।

सीख
अधिकतर हमारी जिंदगी भी हमे ऐसे ही मरोड़ और परेशानिया देकर धूल मिट्टी में गन्दा कर देती है, और इस कारण हम अपने आपको कम आंक लेते है, इससे कोई फर्क नही पड़ता, क्या हुआ और क्या होगा, केवल जरुरत है की हम अपनी कीमत को ना भूले और आगे बढे।

Related Articles

Back to top button