पहली बारिश में खुली दो विभागों की पोल

पहली बारिश में खुली दो विभागों की पोल
■ मंडी बोर्ड के पुल निर्माण व प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की सड़क निर्माण की गुणवत्ताहीन कार्य आई सबके सामने
मामला है जिले के साजा ब्लाक के ग्राम बगलेड़ी का
सरकार के दो
विभागों की कार्यशैली व कार्यों की गुणवत्ता का प्रत्यक्ष उदाहरण सावन की पहली बारिश में सबके समक्ष लाकर रख दिया। सरकार व शासन द्वारा क्षेत्रवासियों, लोगों की सुविधा, समस्या, परेशानीयों को हल करने के उद्देश्य को लेकर प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान कर राशि आबंटित की जाती हैं, मगर उनके ही अधिकारियों के द्वारा सरकार को चूना लगाने का कार्य किया जाता हैं। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण व उदाहरण देखना हैं तो साजा विधानसभा आकर देखा जा सकता हैं। उक्त मामला जिलें के साजा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम बगलेड़ी का हैं। जहां कई
दशकों से बरसात के सीजन में डोन्टू नाले में बाढ़ से सड़क एवं पुल की समस्या बनी हुई थी, हर बरसात में इस गांव में यह समस्या वहां के लोगों को झेलना पड़ता था, थोड़ी सी ज्यादा बारिश होने पर यह गांव एक टापू में बदल जाता हैं। बारिश में नाले पर पूरा आने से इस गांव का संपर्क पूरी तरह टूट जाता हैं, इस समस्या को हल करने के लिए पूर्व मंत्री व साजा विधायक द्वारा मंडी बोर्ड विभाग से पुल का निर्माण व प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना विभाग से केशतरा से बगलेड़ी सड़क मार्ग निर्माण की स्वीकृति प्रदान
कराई गई थी। मगर विभाग की घटिया व गुणवत्ताहीन कार्य होने के बाद भी उस गांव की आज की स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई हैं। गांव में नाले पर जो नए पुल व नए सड़क निर्माण के बाद अभी भी यथावत समस्या बरकरार हैं। फ़िलहाल देखा जाए तो बगलेड़ी गाँव के रहवासियों के लिए बना पीएमजीएसवाई की सड़क एवं नाले पर बने मंडी बोर्ड का पुल पहली ही बारिश में धूलकर जर्जर हो गया हैं। दरअसल विगत दिनों क्षेत्र में लगातार बारिश के कारण बगलेड़ी का यह पुल नाले के ओवरफ्लो पानी में पूरी तरह
डूब गया था, जो जलस्तर कम होने पर सड़क एवं पुल का एप्रोच रोड पूरी तरह उखड़कर खराब हो गया हैं। जहाँ पर से गुजरना फिलहाल काफी खतरनाक हो गया हैं। ग्रामीणों द्वारा बताया जा रहा हैं कि बगलेड़ी का यह पुल लाखों रु का छत्तीसगढ़ राज्य मंडी बोर्ड रायपुर के दुर्ग-बेमेतरा सम्भाग के देखरेख व में में बनाया गया हैं, वहीं ग्राम केशतरा से बहाली की सड़क को करोड़ों रु का निर्माण किया गया हैं। किन्तु दोनों कार्यों को निर्माण के महज पहली बारिश की बौछार एवं पानी के ओवरफ्लो के कारण सड़क परत-दर- परत उखड़कर जर्जर हो चुका है। वही मंडी बोर्ड के पुल पर बने एप्रोच रोड में बड़े-बडे गड्ढे हो गए है जो कि राहगीरों व मुसाफिरों के लिए सड़क व पुल से गुजरना काफी परेशानी भरा साबित हो रहा है। इस सम्बंध में जिला एवं विकासखण्ड प्रशासन को तत्काल एक्शन लेकर पुल, एप्रोच रोड एवं सड़क के जिम्मेदार ठेकेदार एवं विभागीय अफसरों पर एक्शन लेकर कार्यवाही की जरूरत हैं।