छत्तीसगढ़

22 हजार स्कूली बच्चों को मिलेगा 38 दिनों का सूखा राशन 22 हजार स्कूली बच्चों को मिलेगा 38 दिनों का सूखा राशन 871.7 mm average rainfall in the district so far

22 हजार स्कूली बच्चों को मिलेगा 38 दिनों का सूखा राशन
कोरोना प्रोटोकाल का पालन करने के निर्देश
नारायणपुर,  2021 – जिले में कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव एवं नियंत्रण हेतु राज्य में शालाओं को आगामी आदेश तक के लिये बंद रखे का आदेश राज्य शासन द्वारा जारी किया गया है। मध्यान्ह भोजन नियम में दिये गये प्रावधानों के अन्तर्गत बच्चों को शाला बंद रहने की अवधि में खाद्य सुरक्षा भत्ता प्रदान किया जाना है। बच्चों को भारत सरकार द्वारा निर्धारित मात्रा का सूखा चावल एव निर्धारित कुकिंग कास्ट की राशि में अन्य आवश्यक खाद्य सामग्री (दाल, तेल, सूखी सब्जी इत्यादि) वितरित किये जाने हेतु निर्देश दिये गये है। जिले में 30 अप्रैल 2021 तक के लिये बच्चों को सूखा राशन वितरण किया जा चुका है। शैक्षणिक सत्र 2021-22 में बाईस हजार स्कूली बच्चों 16 जून 2021 से 31 जुलाई 2021 तक के लिये कुल 38 दिन का सूखा राशन वितरण मध्यान्ह भोजन योजना हेतु पात्र सभी बच्चों वितरण किया जाना है। जिसमें नारायणपुर जिले के प्राथमिक शाला के छात्रों को 100 ग्राम चांवल, 20 ग्राम दाल, 5 ग्राम तेल, अचार 6.25 ग्राम, सोयाबड़ी 10 ग्राम और नमक 6.25 ग्राम प्रतिदिन के हिसाब से प्रदान किया जायेगा। इसी प्रकार अपर प्राथमिक शाला के बच्चों को 150 ग्राम चांवल, 320 ग्राम दाल, 7.5 ग्राम तेल, अचार 10 ग्राम, सोयाबड़ी 15 ग्राम और नमक 10 ग्राम प्रतिदिन के मान से दिया जायेगा।
कलेक्टर श्री धर्मेश कुमार साहू ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि कि मध्यान्ह भोजन योजना के गाइड लाईन के अनुसार कक्षा 1ली से 8वीं तक के उन बच्चों को जिनका नाम शासकीय शाला अनुदान प्राप्त अशासकीय शाला अथवा मदरसा मकतबा में दर्ज है मध्यान्ह भोजन दिया जाये। इसके साथ ही 16 जून 2021 से 31 जुलाई 2021 तक के लिये कुल 38 दिन के लिये सूखा राशन सामाग्री का वितरण सुविधानुसार शाला में अथवा घर-घर पहुंचाकर दिया जाये। वितरण के दौरान बच्चों / पालकों के मध्य सामाजिक दूरी बनाये रखना है एवं वितरण की पूरी प्रक्रिया में मास्क का उपयोग अनिवार्य रूप से किया जाना है। बच्चों को प्रदाय किये जाने वाले सामग्रियों को पृथक-पृथक सील बंद पैकेट बनाते हुये प्रति छात्र सभी सामग्रियों को एक बड़ा पैकेट बनाया जाये। वितरित की जाने वाली खाद्य सामग्रियों उच्च गुणवत्ता की होनी चाहिए। गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिये सामग्रियों की पैकिंग के पूर्व एवं पैकिंग के पश्चात के फोटोग्राफ लेने की कार्यवाही करें। सामग्री के ब्रांड से संबंधित फोटोग्राफ एवं सामग्री नमूनार्थ 01 माह तक के लिये रखी जानी है। जिससे किसी प्रकार की शिकायत होने पर गुणवत्ता के संबंध में जांच की जा सके।सूखा राशन के वितरण में प्रत्येक शाला में बच्चों को वितरित होने वाले सामग्रियों की गुणवत्ता एव मात्रा को सुनिश्चित करने हेतु सामाग्री वितरण के लिये संकुल स्तर पर कार्ययोजना इस प्रकार बनायी जानी चाहिये जिससे इसकी सूक्ष्म मानिटरिंग की जा सके। सामग्री वितरण हेतु प्रति छात्र शासन द्वारा निर्धारित कुकिंग कास्ट ही प्रदाय किया जाना है। शालाओं हेतु चावल पूर्व की तरह ही उचित मूल्य की दूकान के माध्यम से प्रदाय किया जायेगा। सकुल समन्वयक अपने संकुल क्षेत्र की मध्यान्ह भोजन सूखा राशन वितरण करने हेतु संस्था प्रमुख/ स्व सहायता समूहों को सुविधानुसार कार्य पूर्ण कराने के लिये व्यक्तिगत रूप से उत्तरदायी होंगे।

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